मुम्बई। आज बॉलीवुड नेपथ्य में बात करेंगे सन् 1964 में रिलीज हुई फिल्म हकीकत की, जो भारतीय फिल्म इतिहास की पहली युद्ध विषयक फिल्म थी। भले ही इस फिल्म ने रिलीज होने के बाद भारतीय सिनेमा की तस्वीर बदल दी हो। लेकिन, फिल्म निर्माता चेतन आनंद के लिए इस फिल्म को बनाने का सफर आसान नहीं रहा।
दरअसल, फिल्म निर्माता चेतन आनंद युद्ध विषयक फिल्म बनाना चाहते थे। लेकिन, उस समय हिंदी सिनेमा में चॉकलेटी प्रेम कहानियों को बोलबाला था। किसी नये साहस के लिए संसाधन जुटाना आसान कार्य नहीं था।
सीनो इंडो युद्ध आधारित फिल्म हकीकत के बारे में एन रघुरमन की प्रेरणादायक किताब क्युंकि जीना इसी का नाम है में एक रोचक उल्लेख मिलता है। इस उल्लेख के अनुसार एक विमान यात्रा के दौरान फिल्म निर्माता चेतन आनंद की मुलाकात ओपी मिथई, जो तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के निजी सचिव थे, से होती है।
इस यात्रा के दौरान ओपी मिथई चेतन आनंद की फिल्म नीचा नगर की प्रशंसा करते हैं और उस समय हिंदी सिने जगत में बनने वाली फिल्मों की कड़ी आलोचना भी। यह मुलाकात उस समय हुई, जब भारत और चीन युद्ध की गर्द शांत भी नहीं हुई थी। ओपी मिथई चेतन आनंद से सवाल करते हैं, ‘आप किसी युद्ध पर फिल्म क्यों नहीं बनाते?’।
इस पर चेतन आनंद ने पलट कर कहा, ‘मैं तो हमेशा से ऐसा चाहता हूं, लेकिन मुझे कभी सहयोग नहीं मिला। पलटन, गन, लोकेशन, फौज….।’
मिथई ने चेतन आनंद से कहा, ‘आप प्रधानमंत्री से मिलें।’ एक सप्ताह बाद चेतन आनंद प्रधानमंत्री से मिले और तत्कालीन रक्षा मंत्री कृष्णा मेनन से प्रधानमंत्री ने चेतन आनंद की मदद करने को कहा। अगले दिन चेतन आनंद जम्मू की यात्रा पर निकले और 30 मिनट में एक शानदार पटकथा तैयार हो गई।
एन रघुरमन लिखते हैं कि बर्फीले वातावरण में पात्रों और फिल्म यूनिट के अन्य सदस्यों के लिए कार्य करना कुछ आसान काम नहीं था। लेकिन, चेतन आनंद किसी भी कीमत पर कुछ करना चाहते थे।
इस फिल्म में बलराज साहनी, धमेंद्र, विजय आनंद, इंद्राणी मुखर्जी समेत कई कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। दिलचस्प बात तो यह है कि अभिनेता सनी देओल की बॉर्डर और धमेंद्र की हकीकत दोनों यादगार युद्ध विषयक फिल्में हैं।
इस फिल्म के सभी गाने कैफी आजमी ने लिखे थे जबकि मोहम्मद रफी ने आवाज दी थी और संगीत मदन मोहन ने तैयार किया था। फिल्म का संगीत काफी लोकप्रिय हुआ था।
कहा जा रहा है कि कबीर खान और सलमान खान की अगली फिल्म ट्यूबलाइट भी सीनो इंडो युद्ध पर आधारित फिल्म है।