मुम्बई। फिल्मकार संजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म पद्मावती का विरोध राजनीतिक गलियारों में पहुंच चुका है, जो पहले से तय समय मुताबिक 1 दिसंबर 2018 को रिलीज होनी है।
दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म पद्मावती पर इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप है। हालांकि, फिल्म निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली और इससे जुड़े हुए अन्य लोग भी इस आरोप को खारिज कर चुके हैं।
इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने फिल्म पद्मावती को पूरे सुरक्षा इंतजामों के बीच रिलीज करने की बात कही थी।
लेकिन, बुधवार को भारतीय जनता पार्टी गुजरात के उपाध्यक्ष आईके जाडेजा ने फिल्म पद्मावती की रिलीज से पहले स्पेशल स्क्रीनिंग रखने या इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग करते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।
जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता आईके जाडेजा ने पत्र में कहा है कि फिल्म पद्मावती में कथित तौर पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने की बात सामने आई है। इसके कारण गुजरात का क्षत्रिय समाज फिल्म का विरोध कर रहा है। फिल्म पद्मावती 1 दिसंबर 2017 को रिलीज हो रही है और गुजरात में चुनाव 9 और 14 दिसंबर 2017 को हैं, ऐसे में गुजरात का माहौल बिगड़ सकता है।
इससे पहले जन विकल्प नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला भी फिल्म पद्मावती की रिलीज से पहले स्पेशल स्क्रीनिंग रखने की मांग कर चुके हैं।
इसके साथ ही, पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने कहा था कि यदि फिल्म पद्मावती को गुजरात में स्पेशल स्क्रीनिंग रखे बिना रिलीज किया गया तो गुजरात में हिंसक विरोध प्रदर्शन होगा और कानून व्यवस्था भी काबू से बाहर हो सकती है। वह सिनेमा मालिकों से पूर्व में क्षमता चाहते हैं यदि कानूनी व्यवस्था बिगड़ने और हिंसा के कारण उनको नुकसान होता है।
इसके अलावा गुजरात कांग्रेस के कद्दावर नेता शक्तिसिंह गोहिल भी फिल्म पद्मावती को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके हैं। पिछले दिनों एक सम्मेलन में बोलते हुए शक्तिसिंह गोहिल ने कहा था कि फिल्मों और धारावाहिकों में कुछ भी शामिल हो सकता है। लेकिन, किसी भी समाज के इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाशत नहीं की जाएगी। शक्तिसिंह गोहिल ने दावा किया कि उन्होंने अपने पत्र में स्मृति ईरानी के बयान का भी जिक्र किया है, जिसमें पद्मावती को सुरक्षा इंतजामों के बीच रिलीज करने की बात कही गई थी।
लेकिन, दिलचस्प बात तो यह है कि अब इस मामले में कांग्रेस और जन विकल्प के बाद भारतीय जनता पार्टी भी उतर चुकी है। गुजरात में चुनावों का माहौल है और इस माहौल में कोई भी अपने वोटरों को निराश करना नहीं चाहेगा। ऐसे में फिल्म पद्मावती की रिलीज टलने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।