सुनील दत्त की सबसे बेहतरीन फिल्मों में ‘रेश्मा और शेरा’ को गिना जाता है। इस फिल्म को तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिले। फिल्म रेश्मा और शेरा को ऑस्कर के लिए भी चुना गया, हालांकि, ऑस्कर में नॉमिनेशन नहीं हुआ। पर, हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस फिल्म ने सुनील दत्त को आर्थिक तौर पर पूरी तरह बर्बाद कर दिया था।
इकबाल माहल को पंजाबी में दिए एक इंटरव्यू में अभिनेता सुनील दत्त ने ‘रेश्मा और शेरा’ से जुड़े भारी भरकम आर्थिक नुकसान का खुलासा किया था।
इस बातचीत के अनुसार ‘रेश्मा और शेरा’ की असफलता के कारण सुनील दत्त पर 60 लाख का कर्ज चढ़ चुका था। हालत ऐसी हो चुकी थी कि सुनील दत्त को फिल्म रेश्मा और शेरा का नया प्रिंट तैयार करवाने के लिए कोई दस हजार रुपए तक उधार देने को राजी न हुआ।
दरअसल, फिल्म रेश्मा और शेरा को भारत की ओर से ऑस्कर में भेजने की घोषणा हुई। सुनील दत्त चाहते थे कि इस फिल्म का नया प्रिंट तैयार करवाया जाए, ताकि ऑस्कर में फिल्म थोड़ी ज्यादा प्रभावशाली लगे।
होम प्रोडक्शन फिल्म रेश्मा और शेरा बनाने के चक्कर में सुनील दत्त ने तीन अन्य फिल्में छोड़ी। ऐसे में आमदनी कुछ नहीं, और खर्च तेजी के साथ बढ़ने लगे।
इस फिल्म के निर्माण के लिए सुनील दत्त ने घर हर चीज को गिरवी कर रखा था। इतना ज्यादा कर्ज सिर चढ़ने के बाद फाइनेंसरों की ओर से केस इत्यादि की धमकियां मिलना संभव था। इस मामले में एहतियात बरतते हुए सुनील दत्त अपने वकील के पास गए। सुनील दत्त ने वकील को भरोसा दिलाया कि वो कर्ज का एक एक रुपया चुका देंगे, पर, वो जेल नहीं जाना चाहते हैं, इसलिए उनको सलाह दी जाए।
दिलचस्प बात यह है कि इस दौरान सुनील दत्त के पास निर्माता निर्देशक छोटे मोटे रोल लेकर आने लगे। पर, सुनील दत्त ने छोटे मोटे रोल करने से इंकार दिया। सुनील दत्त के इंकार की ख़बर वकील तक पहुंची। वकील ने सुनील दत्त को बुलाया और कहा कि जब इतना कर्ज सिर पर है, तो इतने ड्रामेबाजी क्यों?
सुनील दत्त ने वकील से कहा, ‘मैं अभिनेता हूं, कोई वेश्या नहीं कि कोई भी चला आए। हर काम पैसे के लिए नहीं किया जा सकता है।’ वकील को सुनील दत्त की बात इतनी अच्छी लग गई कि वकील ने सुनील दत्त का केस मुफ्त में लड़ने की बात कह दी।
पर, कुछ समय बाद सुनील दत्त की फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाना शुरू कर दिया और सुनील दत्त ने अपना सारा कर्ज धीरे धीरे उतार दिया।