मराठी फिल्म डोंबिवली फास्ट से मशहूर हुए फिल्म निर्देशक और अभिनेता निशिकांत कामत का सोमवार को देहांत हो गया। पिछले कुछ दिनों से हैदराबाद के एक अस्पताल में निशिकांत कामत का इलाज चल रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को अचानक निशिकांत कामत की तबीयत बिगड़ी और उन्हें तुरंत वेंटिलेटर पर रखा गया। पर, कुछ समय बाद उनको मृत घोषित कर दिया गया।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मेडिकल जांच में पता चला था कि 50 वर्षीय फिल्म निर्देशक को लीवर सिरोसिस है। 31 जुलाई 2020 को उन्हें बुखार और अत्यधिक थकान की शिकायत के कारण एआईजी अस्पताल, गचीबाउली में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल की ओर से जारी बयान के मुताबिक निशिकांत कामत पिछले दो साल से लीवर सिरोसिस से पीड़ित थे। प्रारंभ में, उन्हें एंटीबायोटिक्स और सहायक दवाएं देना शुरू किया गया था। इस दवा दारू से निशिकांत कामत की तबीयत में सुधार देखने को मिल रहा था। पर, अचानक तबीयत बिगड़ना शुरू हुई और उनको आईसीयू में भर्ती किया गया, जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
करियर फ्रंट की बात की जाए तो फिल्म निर्देशक निशिकांत कामत का अगला प्रोजेक्ट दरबदर नामक फिल्म थी, जो साल 2021 में रिलीज होने की संभावना थी।
निशिकांत कामत ने हिंदी फिल्म हवा आने दो से बतौर अभिनेता अपना सफर शुरू किया था। बतौर निर्देशक उनकी पहली निर्देशित फिल्म मराठी फिल्म डोंबिवली फास्ट थी। इस फिल्म के तमिल रीमेक Evano Oruvan का निर्देशक भी निशिकांत कामत ने किया था।
इसके बाद मुम्बई मेरी जान से हिंदी सिने जगत में बतौर निर्देशक अपनी पारी शुरू की। निशिकांत कामत ने 2011 से 2015 तक फोर्स (हिंदी), लय भारी (मराठी) और दृश्यम (हिंदी) लगातार तीन सफल फिल्में दी।
इसके बाद रॉकी हैंडसम और मदारी ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखाया। हालांकि, मदारी को एक सिने वर्ग बेहतरीन फिल्म मानता है। इसके बाद निशिकांत कामत ने मराठी फिल्म फुगे, हिंदी फिल्म डैडी और जूली 2 में बतौर अभिनेता काम किया।