अमेज़न प्राइम वीडियो की तेलुगु थ्रिलर ‘वी’ साल की सबसे बहुप्रतीक्षित फिल्म जो एक रोमांटिक थ्रिलर फ़िल्म है जहां एक पुलिस वाले को एक क्राइम राइटर से प्यार हो जाता है। उस वक़्त तक सब कुछ परफेक्ट रहता है जब तक एक किलर इस पुलिस वाले को एक पहेली हल करने की चुनौती नहीं दे देता। चूहा और बिल्ली का यह खेल 5 सितंबर 2020 से शुरू अमेज़न प्राइम पर शुरू हो चुका है। इस फिल्म में पहली बार नानी खलनायक की भूमिका निभाते हुए नजर आ रहे हैं।
आपकी पिछली फ़िल्मों के विपरीत, ‘वी’ को एक OTT प्लेटफार्म पर रिलीज किया जा रहा है, इस पर आप कैसा महसूस कर रहे हैं?
इस बार यह 2 में है। कारण यह है कि हर बार क्या होता है कि फ़िल्म की रिलीज के अंत तक या फिर कहे फिल्म के रिलीज होने के बाद दिन तक हम इतना व्यस्त होते कि हम एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं- मैं कई जगहों पर जाता हूं और मैं अंतिम क्षण तक व्यस्त रहता हूं। भले ही मैं उस वक़्त बहुत घबराहट, चिंता से गुजरता था, लेकिन मैं व्यस्त रहता था क्योंकि मैं प्रिंटों को डिस्पैच होते हुए देखता था। हार्डडिस्क को यूएसए भेजा जा रहा है, साउंड जा रहा है और यही सब ड्रामा हुआ करता था, हम जाते थे। मैं व्यस्त रहता था, मन व्यस्त रहता था। इस बार फिल्म काफी पहले तैयार हो गयी है, हमने फिल्म देख ली है और फिर हम बस सभी को फिल्म दिखाने का इंतजार कर रहे हैं। यहां तक कि इंटरव्यू भी मैं अपने घर पर बैठकर दे रहा हूं इसलिए यह एक बहुत ही अलग अनुभव है। लोगों को फिल्म दिखाने का इंतजार है। मुझे दर्शकों के साथ पहले दिन का सुबह का शो भी देखने को नहीं मिल रहा है, मैं सभी प्रतिक्रिया सिर्फ ऑनलाइन ही मिलेगी।
आप पहली बार एक खलनायक का किरदार निभा रहे हैं, आप किस तरह की विचार प्रक्रिया से गुजरे थे और आपने इस फिल्म को करने का विकल्प क्यों चुना?
जब आप फिल्म देखेंगे तो आप समझ जाएंगे कि मैंने इसे क्यों चुना। इसमें सब कुछ है, इसमें परफॉर्मेंस के लिए चुनौती है, इसमें कुछ अद्वितीय है जिसके जरिये आप अपने बारे में जान सकते हैं; साथ ही इसमें कुछ ऐसा भी है, जिसे दर्शक पसंद करेंगे। किरदार में सब कुछ है – यह काफी मुख्यधारा है, यह ज़्यादा प्रयोगात्मक नहीं है। लेकिन यह तेलुगु के लिए कुछ हटकर है जिसे हमने पहले अनुभव नहीं किया है। जब मोहन सर ने मुझे सुनाया, तो मुझे पता था कि यह बहुत रोमांचक है। यह बहुत अच्छा होगा अगर हम इसे आकार दे सकें, लेकिन यह नहीं जानते थे कि यह सब एक साथ कैसे आएगा और नहीं जानते थे कि जब फिल्म खत्म होने के बाद फाइनल प्रोडक्ट कैसा दिखेगा – यह सब कागज पर अच्छा लग रहा था। लेकिन जब मैंने फिल्म देखी, तो मैं बहुत खुश था। यह वास्तव में हमारी सोच से भी बेहतर था।
जब स्क्रिप्ट सुनाई गई थी तब किस चीज़ ने आपका ध्यान आकर्षित किया और ‘वी’ के बारे में क्या अलग है?
यह तथ्य कि यह एक थ्रिलर है और यह तथ्य कि यह डार्क नहीं है मुझे यह बात पसंद आई। जिस तरह से वर्णन किया गया था, जिस तरह से चरित्र का चित्रण किया गया था, जब वे कहते हैं कि यह एक हत्यारे और एक पुलिस वाले के बारे में थ्रिलर है, तो यह भले ही सुनने में डार्क लग सकती है लेकिन ‘वी’ डार्क नहीं है। ‘वी’ एक अनोखी फ़िल्म होने के साथ वह सब है जो एक मुख्यधारा की फिल्म होती हैं। यही बात मुझे वी के बारे में बहुत पसंद आई और जिस तरह से इसे बनाया गया है, किसी को भी मोहन कृष्णा सर से वी जैसी फिल्म की उम्मीद नहीं होगी। जिसने मुझे आस्था चम्मा के जरिये हीरो के रूप में परिचित किया, वो ही 12 साल बाद यह फिल्म कर रहे हैं और उन्होंने पहले कभी भी इस शैली में काम नहीं किया है और यह बहुत नया होगा।
आप हमेशा से फिल्मों में हीरो रहे हैं, आपने इस बार खलनायक का किरदार क्यों चुना?
मैंने इसे नहीं चुना, यह किरदार मुझे पिच किया गया था। ऐसा नहीं है कि मुझे कभी कोई विकल्प दिया गया था। लेकिन मैंने उनसे पूछा, जैसे ही मोहन सर ने स्क्रिप्ट सुनाई – मैंने उनसे पूछा कि सर आप मुझे किस भूमिका के लिए पिच कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि वह हत्यारे की भूमिका के लिए पिच कर रहे हैं। धन्यवाद सर, मुझे बहुत अच्छा लगा, यह मेरी त्वरित प्रतिक्रिया थी। इसलिए मैंने इसे नहीं लिया, उन्होंने कहा कि वह चाहते थे कि मैं यह किरदार निभाऊं।
बॉडी लैंग्वेज या स्टाइल के लिहाज से कोई खास तैयारी जो आपको किरदार के लिए करनी पड़ी?
मेरे दिमाग में ऐसा शख्स था जिसकी बॉडी लैंग्वेज थोड़ी अलग है, मेरे दोस्तों में से एक है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोकेशन पर जाने से पहले, मुझे लगा कि मैं अपने उस विशेष मित्र का अनुसरण करूंगा – उनकी बॉडी लैंग्वेज क्योंकि यह वह चीज है जिससे मैं जुड़ सकता था, मुझे लगा कि यह ऐसा कुछ है जो स्क्रीन पर इस किरदार के लिए काम करेगा। लेकिन जब मैं शूटिंग पर गया और जिस तरह से इन दृश्यों को शूट किया जा रहा था और जिस तरह से यह सब था और जिस तरह से मैंने कपड़े पहने थे, मुझे पता था कि मैं बिल्कुल वैसा नहीं हो सकता जैसा मैं बनना चाहता था। मैंने उसमें से कुछ चीजें लीं और उन सबको मिलाया जो लोकेशन पर कर सकता था और उससे कुछ नया आया।
दर्शक ‘वी’ से क्या उम्मीद कर सकते हैं?
बहुत सारे लोग सोच रहे हैं कि कुछ अलग होगा, कुछ ट्विस्ट होंगे- नानी खलनायक नहीं होगा, नानी हीरो ही होगा; सुधीर ही खलनायक है। मुझे लगता है कि वे सोच रहे हैं कि कहानी में बहुत सारे ट्विस्ट होंगे लेकिन ऐसा नहीं है। यह काफी सरल है, यह ट्रेलर में भी है। यह एक सीधा वर्णन है। यह ऐसी फिल्म है जो आपको जकड़ लेगी, जो आपको फिल्म में ले जाएगी और आपको किरदार की अनुभूति कराएगी और आपको अंत तक बांधकर रखेगी। यह आपको चौंकाने के बारे में नहीं है, यह आपको जकड़ कर रखने के बारे में है।