मुंबई। भले ही कुछ दिन पहले तक कहा जा रहा था कि फिल्मकार संजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म पद्मावती जनवरी 2018 की शुरूआत या अंत में रिलीज हो सकती है। लेकिन, इस मामले में जो नयी जानकारी सामने आ रही है, वो काफी चौंकाने वाली है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार फिल्म पद्मावती का साल 2018 की पहली तिमाही में रिलीज होना लगभग मुश्किल है क्योंकि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से प्रमाण पत्र हासिल करने की प्रक्रिया लंबी होती जा रही है।
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म पद्मावती की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड कुछ इतिहासकारों की सलाह लेने की योजना बना रहा है। इसके लिए जल्द एक समिति का गठन किया जाएगा।
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि फिल्म पद्मावती को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने निर्माताओं के पास वापस भेज दिया है क्योंकि निर्माताओं की ओर से समीक्षा निवेदन में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई कि फिल्म कल्पना पर आधारित है या ऐतिहासिक तथ्यों पर।
शुरूआती जानकारियों के अनुसार फिल्म पद्मावती ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है, ऐसे में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड इसकी समीक्षा के दौरान कुछ इहितासकारों की मौजूदगी पर विचार कर रहा है, जो निकट समय में संभव नहीं है।
फिलहाल, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के पास समीक्षा के लिए देश भर से तीन दर्जन से ज्यादा फिल्में कतार में हैं। ऐसे में पद्मावती जैसी विवादित फिल्म की समीक्षा करना संभव नहीं लग रहा है।
यदि जनवरी 2018 अंत तक फिल्म पद्मावती को प्रमाण पत्र भी मिल जाता है तो फिल्म पद्मावती के पास अगले कुछ महीनों तक अच्छी तारीख नहीं है। यदि फिल्म फरवरी 2018 में रिलीज करने की कोशिश की तो आर्थिक नुकसान हो सकता है। ऐसे में फिल्म पद्मावती की रिलीज गर्मियों तक खिसकानी पड़ेगी। यहां पर फिल्म पद्मावती का रिलीज होना और मुश्किल हो सकता है क्योंकि उस समय राजस्थान विधान सभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर होंगी।
वैसे, उच्च स्तरीय सूत्रों की बात पर विश्वास किया जाए तो केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड फिल्म पद्मावती में समीक्षा दौरान कोई नुक्स निकालकर प्रमाणित करने की प्रक्रिया को लंबा खींच जा सकता है।
उधर, फिल्म पद्मावती को लेकर विरोधी तेवर कम नहीं हुए हैं और अगले साल राजस्थान विधान सभा के चुनाव भी होने जा रहे हैं। राजस्थान में राजपूतों का दबदबा है। ऐसे में केंद्र सरकार पर भी दबाव रहेगा और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड केंद्र सरकार के प्रभाव से मुक्त नहीं है। इस बात पर सीबीएफसी के एक्स चेयरमैन पहलाज निहलानी कई बार मोहर लगा चुके हैं।
ऐसे में फिल्म पद्मावती का 2018 की पहली तिमाही में रिलीज होना संभव नहीं है, और अगर इसकी रिलीज इससे भी आगे खिसक जाए तो भी अचंभित होने वाली बात नहीं होगी।
गौर तलब है कि फिल्म पद्मावती 1 दिसंबर 2017 में रिलीज होने वाली थी। फिल्म पद्मावती में दीपिका पादुकोण रानी पद्मिनी की भूमिका निभाने जा रही हैं।