जैसे ही 27 अप्रैल 2017 को दयावान स्टार विनोद खन्ना ने अंतिम सांस ली। वैसे ही कुर्बानी स्टार फिरोज खान के साथ अभिनेता विनोद खन्ना की दोस्ती हवाओं में तैरने लगी क्योंकि अभिनेता विनोद खन्ना का देहांत भी उसी दिन (27 अप्रैल) हुआ है, जिस दिन (27 अप्रैल 2009) फिरोज खान ने इस दुनिया को अलविदा कहा था।
इतना ही नहीं, फिरोज खान की उम्र भी 70 के आस पास की थी, जब फिरोज खान ने अंतिम सांस ली और विनोद खान की भी। वैसे दोनों ही सितारों की बीमारी कैंसर के कारण हुई। हालांकि, विनोद खन्ना के मामले में आधिकारिक घोषणा का आना बाकी है।
शंकर शंभू, कुर्बानी और दयावान जोड़ी फिरोज खान और विनोद की दोस्ती पर्दे पर ही नहीं, बल्कि पर्दे के पीछे भी काफी मजबूत थी। मगर, दिलचस्प बात तो यह है कि फिल्म कुर्बानी वाला किरदार फिरोज खान अमिताभ बच्चन को ऑफर कर चुके थे, जो बाद में विनोद खन्ना के हिस्से आया।
इसके बाद विनोद खन्ना और फिरोज खान की दोस्ती आगे बढ़ने लगी। फिल्म जांबाज में फिरोज खान विनोद खन्ना को अनिल कपूर वाले किरदार के लिए लेना चाहते थे। मगर, विनोद खन्ना अभिनय की दुनिया छोड़कर रजनीश ओशो की शरण में चले गए थे।
जब ओशो के आश्रम को छोड़कर विनोद खन्ना फिल्मी दुनिया में लौटे तो फिल्म जगत में विनोद खन्ना का स्वागत करने वालों में फिरोज खान भी शामिल थे। लेकिन, फिरोज खान निर्मित फिल्म दयावान से पहले मुकुल आनंद की इंसाफ और राज एन सिप्पी की सत्यमेव जयते रिलीज हो गईं।
कहा जाता है कि फिल्म हेरा फेरी के लिए फिल्मकार प्रकाश मेहरा फिरोज खान के साथ अमिताभ बच्चन या विनोद खन्ना को लेना चाहते थे। लेकिन, अभिनेता फिरोज खान अपने मूड के हिसाब से काम करने लगे थे, जो प्रकाश मेहरा के लिए अड़चन बन सकता था।
अब विनोद खन्ना और फिरोज खान की हर साल एक साथ आने वाली पुण्यतिथि दोस्ती की मिसाल के रूप में भी याद की जाएगी।