मुम्बई। भले ही गोविंदा ने पिछले साल एक थप्पड़ की कीमत पांच लाख रुपये और सार्वजनिक माफी के साथ चुकता करते हुए थप्पड़ से पीछा छुड़ा लिया हो। लेकिन, 20 साल पहले मांगा एक चुम्मा आज भी छोटे सरकार अभिनेता गोविंदा के लिए मुसीबत बना हुआ है।
आप को जानकर हैरानी होगी कि आ गया हीरो अभिनेता गोविंदा आज भी ‘छोटे सरकार’ फिल्म के गाने ‘एक चुम्मा तू मुझको उधार दे दे..’ के कारण अदालतों के चक्कर काट रहे हैं। इस मामले में गोविंदा के खिलाफ गैर जमानती वारंट तक जारी हो चुका है और पुलिस गोविंदा के घर तक पहुंच गई थी।
गोविंदा की गिरफ्तारी पर अस्थाई रोक
जानकारी के अनुसार इस मामले में शुक्रवार को बंबई हाईकोर्ट ने गोविंदा की गिरफ्तारी पर अस्थायी रोक लगाते हुए 25,000 रुपये के मुचलके पर अभिनेता को चार हफ्ते के लिए अग्रिम जमानत दे दी। साथ ही, अदालत ने गोविंदा को झारखंड की उस अदालत के सामने पेश होने के लिए कहा गया है, जिसने अभिनेता गोविंदा को इस मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया है।
झारखंड की एक अदालत ने 6 फरवरी 2017 को मामले में सुनवाई करते हुए गोविंदा को 6 मार्च 2017 को अदालत में पेश होने का कहा था। दरअसल इस मामले में संबंधित निचली अदालत साल 2001 से गोविंदा और शिल्पा शेट्टी के खिलाफ गैर वारंट जारी किए हुए हैं।
गौरतलब है कि साल 1997 में पाकुड़ (जो अब झारखंड में है) जिले के एक वकील ने ‘एक चुम्मा तू मुझको उधार दे दे..’ पर एतराज प्रकट करते हुए अभिनेता गोविंदा के खिलाफ एक आपराधिक मुकदमा दायर किया था। वकील का कहना है कि गाने के कारण यूपी बिहार की छवि को नुकसान हुआ है।