चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को कहा कि वह 17 जून को अमृतसर के निकट मजीठा कस्बे में बॉलीवुड फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ के बिना सेंसर संस्करण को रिलीज करेंगे। यह फिल्म पंजाब तथा राज्य में मादक पदार्थो के माफियाओं के संदर्भ के चक्कर में सेंसर बोर्ड में फंस गई है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “पंजाब में मजीठा कस्बा मेक्सिको की तरह मादक पदार्थो का केंद्र है, इसलिए वहां फिल्म को रिलीज करने का फैसला लिया गया है। फिल्म 17 जून को रिलीज होगी।”
अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप व एकता कपूर को पत्र लिखा है और आग्रह किया है कि वे बिना सेंसर की हुई फिल्म की सीडी उन्हें उपलब्ध कराएं, ताकि पूरी दुनिया में प्रीमियर के साथ ही वे उसे रिलीज कर सकें।
अमरिंदर ने यहां एक बयान में कहा, “मजीठा में फिल्म को रिलीज करने का मकसद यही है कि अकाली व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सच्चाई को दबाने के लिए चाहे जो कर लें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं किसी भी कीमत पर इसका पर्दाफाश करके रहूंगा।”
अमरिंदर ने फिल्म के निर्माताओं से इस बात को स्पष्ट किया कि बिना सेंसर की हुई फिल्म को रिलीज करने की सारी कानूनी जिम्मेदारी उनकी होगी।
उन्होंने कहा, “मैं आपको गारंटी देता हूं कि तमाम कानूनी कठिनाइयों की जिम्मेदारी मैं अपने ऊपर लूंगा। हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए, चाहे इसके लिए जो भी कीमत चुकानी पड़े।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृतसर जिले में मजीठा कस्बा चिट्टा (कृत्रिम मादक पदार्थ) का पर्याय बन चुका है, जिसने पूरे पंजाब की पीढ़ी को प्रभावित किया है।
कांग्रेस नेता ने यह स्पष्ट किया कि निर्माताओं के वाणिज्यिक हित प्रभावित न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए फिल्म मजीठा में उसी दिन रिलीज होगी, जिस दिन यह देशव्यापी रिलीज होगी। फिल्म के खिलाफ विरोध व चुनौती को उन्होंने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) का तानाशाही रवैया करार दिया।
अमरिंदर ने कहा कि यह फिल्म जमीनी स्तर पर राज्य की सच्चाई पेश करती है।
-आईएएनएस