वाराणसी पुलिस प्रशासन भी मांग रहा है सुरक्षा मुहैया का बकाया
मुम्बई। खबर है कि अभिनेता शाह रुख खान और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा , जो हालिया रिली फिल्म जब हैरी मेट सेजल में स्क्रीन शेयर कर रहे हैं, ने बनारस के एक पान वाले को 1100 रुपये का चूना लगा दिया।
![](https://filmikafe.com/wp-content/uploads/2017/08/Anushka-Shah-Rukh-Khan.jpg)
हाल ही में शाह रुख खान और अनुष्का शर्मा वाराणसी में अपनी फिल्म जब हैरी मेट सेजल का प्रचार करने के लिए पहुंचे थे। इस प्रचार फेरी के दौरान शाह रुख खान, अनुष्का शर्मा और उनकी टीम ने बनारस का मशहूर मघई पान खाया था।
एक समाचार पत्र की कतरन के अनुसार पान विक्रेता सतीश के यहां से फिल्म कलाकारों ने पान खाए और आठ मघई पान पैकिंग करवाकर साथ कैरी किए। लेकिन, जब कथित तौर पर सतीश ने पैसे मांगे तो पास खड़े बाउंसर ने पैसे मिल जाएंगे कहकर सतीश को चुप करवा दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक रिपोर्ट लिखे जाने तक शाह रुख खान या उनकी इस प्रचार इवेंट प्रबंधक कंपनी ने पान वाले को पैसे मुहैया नहीं करवाए, जो 1100 रुपये के आस पास बैठते हैं। हालांकि, यह रिपोर्ट किस अख़बार की है, इस बारे में कुछ पता नहीं चल सका।
मगर, देखकर ऐसा लगता है कि बनारस के किसी स्थानीय समाचार पत्र की रिपोर्ट है, जो दोपहर के समय आता है।
Hey producer @RedChilliesEnt pls send money of this poor Paanwala in Varanasi. Paan Bhi free Chahiye Aap Logon Ko? Hadd hai Yaar! pic.twitter.com/sxXZDbijA5
— KRK (@kamaalrkhan) August 5, 2017
लेकिन, इस समाचार पत्र कतरन को ट्विटर पर जमकर वायरल किया जा रहा है। वायरल करने वालों में बॉलीवुड एक्टर और समीक्षक कमाल राशिद खान भी शामिल हैं। एक ट्विटर यूजर @kunnu_kick ने दावा किया है कि उसने केआरके से पहले ही इस कतरन को शेयर कर दिया था।
https://t.co/rY05iFItj4 tere se phele maine kiya
— kunal #kick (@kunnu_kick) August 5, 2017
केआरके ने समाचार पत्र की कतरन शेयर करते हुए लिखा, “हाय प्रोड्यूसर रेड चिल्लीज इंटरटेनमेंट, इस गरीब पानवाला के पैसे वाराणसी भेज दो। पान भी फ्री चाहिए क्या आप लोगों को? हद है यार!”
बता दें कि हाल ही में शाह रुख खान और अनुष्का शर्मा को फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’ के प्रमोशन के लिए बनारस बुलाने वाली संस्था को पुलिस ने नोटिस भेजा है। पुलिस ने इस संस्था से करीब साढ़े 5 लाख रुपये की मांग की है।
दरअसल, शाह रुख खान के आने पर सुरक्षा इंतजामों के लिए 224 पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए थे, जिनका खर्च लगभग 6 लाख रुपये बनता है। लेकिन, संस्था की ओर से केवल पुलिस प्रशासन को 50000 रुपये ही दिए गए। हालांकि, संस्था ने स्पष्टीकरण में कहा है कि उन्होंने केवल अपने परिसर के लिए पुलिस सुरक्षा मांगी थी और उसके लिए भुगतान हो गया, और बाकी जगहों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों के खर्च के बारे में उनको कुछ नहीं पता।