मुम्बई। इन दिनों बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन सुर्खियों में हैं, विज्ञापनों में हैं और फिल्म पिंक के कारण सिनेमा घरों में हैं। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू के निशाने पर भी हैं, जिनको सोशल मीडिया पर बेबाक राय के लिए जाना जाता है।
अमिताभ बच्चन पर निशाना साधते हुए काटजू कहते हैं कि ‘एक अच्छे अभिनेता होने के अलावा, अमिताभ में क्या है? क्या अमिताभ ने देश की विशाल समस्याओं के समाधान हेतु कोई वैज्ञानिक सुझाव दिया है? कोई नहीं। बस, समय समय पर मीडिया के मार्फत ज्ञान देते हैं। हालांकि, कई बार उन्हें अच्छा काम करते हुए भी दिखाया जाता है, लेकिन जब ढेरों रूपये हों तो ऐसा कौन नहीं कर सकता?’
काटजू ने अपने फेसबुक पन्ने पर लिखे अपने बेबाक बयान में कार्ल मार्क्स का हवाला देते हुए प्रशासन पर भी कड़े सवाल खड़े किए हैं। पूर्व मुख्य न्यायाधीश के अनुसार भारतीय लोगों को एक से अधिक ड्रग्स की जरूरत रहती है क्योंकि उनको एक से शांत करना मुश्किल है। इसलिए भारत में धर्म के अलावा फ़िल्म, मीडिया, क्रिकेट, ज्योतिष विज्ञान, बाबा भी ड्रग्स हैं।
अपनी पोस्ट में ‘अमिताभ बच्चन के दिमाग में कुछ नहीं है’ की बात कहने वाले काटजू दरअसल गंभीर बात की तरफ इशारा कर रहे हैं। काटजू कह रहे हैं कि देश की सरकार लोगों का ध्यान अन्य जगह पर स्थानांतरित करने के लिए अमिताभ बच्चन जैसे सितारों का इस्तेमाल करती है, जिनका एक बड़ी संख्या पर प्रभाव है।