मुम्बई। यह किसी फिल्म का डायलॉग नहीं। हां, इस तरह के डायलॉग 70 और 80 के दशक में बॉक्स ऑफिस पर कमाल कर देते थे। मगर, इस बार इन लाइनों को पूर्व जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने कहा है, जो अपनी बेबाक राय के कारण अक्सर सुर्खियों में आ जाते हैं।
ए दिल है मुश्किल और मनसे के बीच चल रहे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने मनसे कार्यकर्ताओं को गुंडों की संज्ञा दी और उनको उनके साथ आकर लड़ने के लिए खुली चुनौती दी।
पूर्व जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने ट्विट करते हुए लिखा, ‘असहाय और बेबस कलाकारों पर अपनी बहादुरी दिखाने की बजाय आप मेरे पास आएं, ताकि दुनिया देख सके कि कौन सबसे बड़ा गूंडा है।’
अगले ही ट्वीट में काटजू लिखते हैं, ‘मनसे असहाय लोगों पर हमले क्यों कर रही है? अगर आप में साहस है तो मेरे पास आइए। मेरा डंडा तुम्हारा इंतजार कर रहा है और तुम्हारी ख़बर लेने के लिए अधीर है।’
आगे स्वयं को इलाहाबादी गुंडा कहते हुए काटजू ने लिखा, ‘मनसे के कार्यकर्ता गुंडे हैं जिन्होंने अरब सागर का खारा पानी ही चखा है। मैं इलाहाबादी गुंडा हूं जिसने संगम का पानी पिया है।’
दरअसल, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने करण जौहर की ए दिल है मुश्किल रिलीज करने वाले मल्टी प्लेक्स संचालकों को धमकी दी है कि यदि उन्होंने फिल्म ए दिल है मुश्किल रिलीज की तो उनके सिनेमाघरों को नुकसान पहुंचाया जाएगा।
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