मुम्बई। सामाजिक मामलों पर बनी एक्टर-प्रोड्यूसर हैदर काजमी की हिंदी फिल्म ‘जिहाद’ कांस फिल्म फेस्टिलव में 11 मई को प्रदर्शित की जायेगी।
इसकी जानकारी देते हुए खुद हैदर काजमी ने कहा कि कांस में रेड कारपेट पर चलने के लिए मैं उत्साहित और भाषणहीन हूं और यह मेरी फिल्म ‘जिहाद’ की वजह से संभव हो सका। रेड कारपेट पर चलना मेरे लिए एक सपने की तरह है। मुझे गर्व है कि मुझे अपनी फिल्म जिहाद की वजह से यह मौका मिला है। मुझे आशा है कि सब कुछ ठीक होगा। फिल्म ‘जिहाद’ में काजमी के साथ अल्फीया शेख हैं। इस फिल्म को जम्मू और कश्मीर में शूट किया गया है।
उन्होंने कहा कि धर्म को सहारा लेकर पैदा किया गया पागलपन, सबसे ज्यादा खतरनाक होता है, जो समाज के विकास को बाधित करती है। धर्म के सहारे युवाओं को भटका कर जिहादी बनाया जाता है और उनसे मासूम लोगों का कत्लेआम करवाया जाता है। जबकि यह गुनाह है। मगर वे जिहाद का असली मकसद और मतलब नहीं जानते। काजमी ने कहा कि फिल्म ‘जिहाद’ मैसेज ओरियेंटेड फिल्म है। ‘जिहाद’ का अर्थ कभी नहीं होता है बेकसूर लोगों को मारना। ‘जिहाद’ का मतलब होता है अपने अंदर के क्रोध और शैतान को मारना। मगर भटके हुए लोगों ने ‘जिहाद’ को आतंक के रूप में प्रजेंट किया है। यह बहुत ही संवेदनशील मुद्दे पर बनी फिल्म है, जो अब कांस में प्रदर्शित की जा रही है।
बता दें कि राकेश परमार द्वारा निर्देशित फिल्म ‘जिहाद’ ने साल 2017 में भी कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी जलवा बिखरे चुकी है।
मालटा वर्ल्ड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2017, MaverickMovie 2017(Los Angeles), Los Angeles Cinefest औरCinema London Film Festival के अलावा टोरंटो इंटरनेशनल नोलिवुड फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म को सराहा जा चुका है।