नई दिल्ली। राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी अभिनेत्री कंगना रनौत फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ के समर्थन में कूद पड़ी हैं। उन्होंने फिल्म का समर्थन करते हुए कहा कि फिल्म जगत की रचनात्मकता की स्वतंत्रता का सम्मान किया जाना चाहिए। दर्शकों के प्रति मां-बाप जैसा रवैया अख्तियार करने की जरूरत नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा नियुक्त किए गए केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के अध्यक्ष पहलाज निहलानी के नेतृत्व में संस्था ने अभिषेक चौबे की फिल्म के कई दृश्यों में कांट-छांट करने को कहा है। फिल्म पंजाब में नशीले पदार्थो के इस्तेमाल को उजागर करती है।
‘सीएनएन-न्यूज18’ पर ‘इंडियन ऑफ द ईयर 2015’ अवॉर्ड शो में फिल्म से जुड़े विवादों के बारे में पूछे जाने पर कंगना ने कहा, “जो कुछ भी हो रहा है, हम उससे बहुत चिंतित है। मैं कोई निर्देशक नहीं है और न ही इस दौर से गुजरी हूं, लेकिन जिन लोगों के साथ मैंने करीब से काम किया है वे इससे आहत हैं। वे जानते हैं कि फिल्म पंजीकरण की प्रक्रिया है। हमें दर्शकों की सुरक्षा के लिए उनके साथ मां-बाप जैसा व्यवहार करने की जरूरत नहीं है।”
‘फैशन’, ‘क्वीन’ और ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ के लिए तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं कंगना ने यह भी बताया कि उनकी फिल्म ‘क्वीन’ के निर्देशक विकास बहल से सेंसर बोर्ड ने एक दृश्य को अभद्र करार देते हुए इसे धुंधला करने को कहा था।
कंगना ने कहा, “क्वीन फिल्म में एक हल्का मजाकिया सीन था, जिसमें एक लड़के को मेरे बिस्तर से ब्रा मिलती है। निर्देशक ने मुझे बताया कि सेंसर फिल्म में ब्रा को धुंधला कर रहा है, क्योंकि उसे लगता है कि यह अभद्र है। मेरे निर्देशक गुस्से में थे। कलाकार के तौर पर ये चीजें हमें समाज के लिए खतरनाक नहीं दिखती। महिलाओं के ब्रा में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।”
कंगना ने उम्मीद जताई कि इस मसले को जल्द सुलझा लिया जाएगा और भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं होंगी। -आईएएनएस