मुंबई। बॉलीवुड फिल्म निर्माता निर्देशक करण जौहर का मानना है कि फिल्म निर्माता के रूप में वह प्रयोगात्मक हैं, लेकिन एक निर्देशक के रूप में नहीं क्योंकि वह निर्देशक के रूप में एक निश्चित सिद्धांत के अनुसार काम करते हैं।
उन्हें लगता है कि वह ‘कपूर एंड संस’ जैसी फिल्म को हैंडल करने में सक्षम नहीं हैं। इसीलिए ‘कपूर एंड संस’ के लिए उन्होंने शकुन बत्रा को निर्देशक के रूप में चुना।
विभिन्न शैलियों वाले फिल्मों से प्रयोग नहीं करने के सवाल पर उन्होंने आईएएनएस से कहा, “मैं नहीं जानता कि ऐसी फिल्मों को कैसे निर्देशित करते हैं। मैं शकुन बत्रा जैसा प्रतिभावान नहीं हूं। मुझे लगता है कि मेरे पास निर्देशन के कुछ अपने सिद्धांत हैं।”
हाल में करण ‘झलक दिखला जा’ के नौवें सीजन में जज की भूमिका में हैं और इस बार उन्होंने सख्त होने का फैसला किया है। उन्होंने ‘इंडिया गॉट टैलेंट’ में भी जज की भूमिका निभाई है। उनका मानना है कि टैलेंट हंट शो में सेलेब्रिटी कंटेस्टंट शो की तुलना में असंवेदनशील तरीके से निर्णय होता है।
‘झलक दिखला जा’ एक सेलेब्रिटी शो है। इसमें सेलेब के बीच प्रतिस्पर्धा होती है। इसलिए निर्णय करते वक्त संवेदनशल होना जरूरी है। आप असंवेदनशील होकर निर्णय नहीं दे सकते, क्योंकि वास्तविक जीवन में वे सभी सेलेब्रिटी हैं। लेकिन इस साल मैंने सख्त होने का निर्णय किया है। -आईएएनएस