कोलकाता। आपातकाल आधारित इंदु सरकार नामक फिल्म बनाने जा रहे फिल्मकार मधुर भंडारकर बांग्लादेश सरकार के एक फैसले से नाखुश नजर आए। हालांकि, इस फैसले का सीधे तौर पर फिल्मकार मधुर भंडारकर से कोई कनेक्शन नहीं है।
दरअसल, बांग्लादेश फिल्म डेवल्पमेंट कार्पोरेशन ने इरफान खान अभिनीत फिल्म डूब : नो बेड ऑफ रोजेस को दिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट को रद्द कर दिया, जो 15 फरवरी 2017 को दिया गया था। कोर्पोरेशन ने ऐसा कदम बांग्लादेश के सूचना मंत्रालय के आदेश पर उठाया। हालांकि, पिछले साल मार्च में कार्पोरेशन के संयुक्त उद्यम प्री-व्यू कमेटी ने फिल्म डूब : नो बेड ऑफ रोजेस की पटकथा को स्वीकृति दी थी।
इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए फिल्मकार मधुर भंडारकर ने कहा, ‘फिल्म ‘कैलेंडर गर्ल्स’ पाकिस्तान में प्रतिबंधित की जा चुकी है। हम उदारीकरण के बारे में बात कर रहे हैं, अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में बात कर रहे हैं और दुनिया काफी बदल चुकी है। इरफान खान एक प्रतिभाशाली अभिनेता हैं और बांग्लादेश में उनके प्रशंसकों की संख्या भारत के समान ही है।’
फिल्मकार ने आगे कहा, ‘इस तरह के प्रतिबंध का सामना किए जाने पर निर्देशक मुस्तफा सरवर फारूकी सहित इरफान खान और फिल्म निर्माताओं के लिए मैं बहुत दुखी हूं। मुझे फिल्म की कहानी नहीं पता, लेकिन कहना चाहूंगा कि सेंसर से पास होने के बाद फिल्म को प्रतिबंधित नहीं करना चाहिए।’
गौरतलब है कि फिल्म ‘डूब : नो बेड ऑफ रोजेस’ बांग्लादेशी लेखक और फिल्मकार हुमायूं अहमद के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने 27 साल पुरानी शादी को तोड़ते हुए अपने से उम्र में 33 साल छोटी एक अभिनेत्री से निकाह कर लिया था। हालांकि, फिल्मकार मुस्तफा स्पष्ट कर चुके हैं कि यह कोई बायोपिक फिल्म नहीं है।
-आईएएनएस/फिल्मी कैफे