मुम्बई। पाकीजा और रजिया सुल्तान जैसी शानदार फिल्मों में अभिनय कर चुकीं फिल्म अदाकारा गीता कपूर बेहद बुरे दौर से गुजर रही हैं। इस बात का खुलासा उस समय हुआ, जब एक बेसहारा मां, जिसका बेटा उसको अस्पताल में छोड़कर भाग गया, की मदद करने के लिए फिल्मकार रमेश तोरानी और अशोक पंडित स्थानीय एसवीआर अस्पताल गोरेगांव पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक 100 से अधिक फिल्मों में काम कर चुकीं अदाकारा गीता कपूर को 21 अप्रैल 2017 को रक्तचाप की शिकायत होने पर अस्पताल में दाखिल करवाने के लिए लाया गया था। अस्पताल में गीता कपूर को भर्ती करवाने के तुरंत बाद पैसे निकलवाने के बहाने उनका बेटा राजा कपूर गायब हो गया।
गीता कपूर की हालत को बिगड़ते देख डॉक्टरों ने उनका इलाज चालू रखा। लेकिन, एक महीने से अधिक समय बीत जाने पर राजा कपूर वापस नहीं लौटे। डॉक्टरों के अनुसार राजा कपूर केवल एसएमएस से आज आ रहा हूं, कल आ रहा हूं या बंदा भेज रहा हूं जैसे आश्वासन देते रहते हैं।
58 वर्षीय अदाकारा गीता कपूर के इलाज पर लगभग डेढ़ लाख रुपये खर्च हो चुके हैं, जो फिल्मकार रमेश तोरानी और अशोक पंडित की ओर से भुगतान किए गए। उधर, मीडिया से बात करते हुए अशोक पंडित ने कहा, ‘मैं गीता को वृद्ध आश्रम में रखना चाहता हूं, ताकि उनकी अच्छे से देखभाल हो सके। लेकिन, इसके लिए पुलिस को गीता कपूर के परिजनों से कोई एतराज नहीं प्रमाण पत्र चाहिये।’
कुछ रिपोर्टों में गीता कपूर की ओर से दावा किया गया है कि उनका बेटा राजा कपूर उनको वृद्ध आश्रम भेजना चाहता था। इंकार करने पर उनके साथ मारपीट करता था और कई दिनों तक उनको भूखा भी रखता था।
बता दें कि राजा कपूर, जो कोरियोग्राफर बताया जा रहा है, अभी तक पुलिस शिकंजे से बाहर है और पुलिस राजा की तलाश में जुटी हुई है।
चित्र स्रोत : टीवी 9 मराठी