मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने जेल से रिहा होने के बाद रविवार रात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक मंच पर अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति देकर राजनीतिक हलकों में सवालों को जन्म दे दिया है। संजय दत्त शहर भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार और एक अन्य नेता मोहित खंबोज द्वारा उपनगर मलाड पश्चिम में आयोजित महाराष्ट्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे।
नारंगी रंग की महाराष्ट्रियन पगड़ी पहने संजय दत्त ने अपने चिर-परिचित टपोरी अंदाज में लोगों से महाराष्ट्र में भाजपा की सीटों की संख्या बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और आम जनता के साथ तस्वीरें भी खिंचवाई।
संजय दत्त के इस कदम ने कांग्रेस के नेताओं-कार्यकर्ताओं को हैरानी में डाल दिया है। दत्त के माता-पिता दिवंगत केंद्रीय मंत्री सुनील दत्त और पूर्व सांसद नरगिस दत्त और उनकी बहन प्रिया दत्त कांग्रेस के वफादारों में से रहे हैं, पार्टी सांसद रहे हैं और हर मुश्किल घड़ी में पार्टी के साथ खड़े रहे हैं।
संजय दत्त शुरुआत में शिवसेना के साथ थे। 2009 में उन्होंने राज्य महासचिव के तौर पर समाजवादी पार्टी का दामन थामकर पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार किया था।
अमर सिंह को पार्टी से निकाले जाने के बाद संजय दत्त ने सपा छोड़ दी थी। हालांकि, भाजपा पार्टी के मंच पर दत्त की मौजूदगी को लेकर मुंह बंद किए हुए है।
संजय दत्त को 1992-1993 के मुंबई दंगों के दौरान अवैध हथियार रखने के मामले में पांच साल कैद की सजा हुई थी। पुणे की यरवदा जेल में उन्होंने अपनी कैद काटी। उन्हें कई बार पैरोल मिली जिस पर भाजपा ने सवाल उठाए थे।
-आईएएनएस