मुम्बई। 24 फरवरी 2018 की रात को दुबई एक होटल में अंतिम सांस लेने वाली पर्दे की चांदनी उर्फ अभिनेत्री श्रीदेवी पंचतत्व में विलीन हो चुकी हैं। स्थानीय विले पार्ले श्मशान घाट में आज (28 फरवरी 2018) हिंदू रीति रिवाज के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। फिल्म निर्माता और श्रीदेवी के पति बोनी कपूर ने मुखाग्नि दी।
बता दें कि विले पार्ले श्मशान भूमि परिसर में मीडिया और प्रशंसकों का प्रवेश प्रतिबंधित रखा गया। परिसर में केवल कुछ ही लोगों को प्रवेश करने की अनुमति दी गई।
श्रीदेवी की झलक पाने के लिए सड़कों पर उमड़े जन सैलाब के कारण कुछ परिचितों, रिश्तेदारों और करीबी फिल्म स्टारों को पैदल चलकर श्मशान भूमि पहुंचना पड़ा।
इससे पहले सुबह से बाद दोपहर तक श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए सेलिब्रेशन स्पोर्ट्स क्लब में रखा गया था। पद्मश्री से सम्मानित श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा गया और राजकीय सम्मान भी दिया गया।
इसके बाद सेलिब्रेशन स्पोर्ट्स क्लब से विले पार्ले श्मशान भूमि परिसर तक अभिनेत्री श्रीदेवी की शव यात्रा निकाली गई। कहा जा रहा है कि श्रीदेवी की इच्छा के अनुसार उनके शव वाहक वाहन को सफेद फूलों से सजाया गया। वहीं, श्रीदेवी अंतिम यात्रा के समय लाल साड़ी में लिपटी हुईं थीं।
महिला सुपरस्टार श्रीदेवी की शव यात्रा में अंतिम यात्रा में भी सुपर स्टार राजेश खन्ना की तरह मुम्बई की सड़कों पर प्रशंसकों का सैलाब देखने को मिला। श्रीदेवी की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए मुम्बई से बाहर रहने बहुत सारे प्रशंसक तो रात को ही मुम्बई पहुंच गए थे।
श्रीदेवी की अंतिम यात्रा में अभिनेता अर्जुन कपूर का एक सगे बेटे की तरह शामिल होना अपने आप में बहुत कुछ बयान कर रहा था। अर्जुन कपूर केवल श्रीदेवी की अंतिम यात्रा में ही शामिल नहीं हुए, बल्कि उनके शव को दुबई से भारत लाने और अपने पिता बोनी कपूर की हिम्मत बढ़ाने के लिए दुबई भी पहुंचे।
गौरतलब है कि जिस समय अभिनेत्री श्रीदेवी ने अंतिम सांस भरी, उस समय अर्जुन कपूर अमृतसर में अपनी अगली फिल्म नमस्ते इंग्लैंड की शूटिंग कर रहे थे। श्रीदेवी के निधन की ख़बर मिलते ही अर्जुन कपूर मुम्बई पहुंचे।