मुम्बई। जी हां, अनुष्का शर्मा और दिलजीत अभिनीत फिल्म फिलौरी पर गुजराती सहित कई भाषाओं में बन चुकी फिल्म मंगल फेरा की नकल होने के आरोप लग चुके हैं। हालांकि, इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने दावा ठोकने वाली फिल्म निर्माता कंपनी गायत्री सिने प्रोडक्शन को पांच लाख रुपये का जुर्माना किया है।
गौरतलब है कि मंगल फेरा निर्माता कंपनी की याचिका में दावा किया गया था कि फिल्म फिलौरी की पटकथा गुजराती फिल्म मंगल फेरा की नकल है। इसलिए फिलौरी फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाई जाए। इस मामले में न्यायाधीश गौतम पटेल ने याचिकाकर्ता को फटकार लगाते हुए पांच लाख रुपये का जुर्माना ठोक दिया।
क्या फिल्म मंगल फेरा की नकल है अनुष्का शर्मा की फिलौरी?
जी हां, फिल्म फिलौरी और मंगल फेरा में कनेक्शन है। मगर, यह कनेक्शन केवल ही एक सीन के बाद ही टूट जाता है। फिल्म मंगल फेरा में एक मांगलिक लड़की की शादी से पेड़ से होती है और फिलौरी में एक मांगलिक लड़के की।
फिल्म मंगल फेरा में आत्मा एक जीवित व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करती है जबकि फिल्म फिलौरी में ऐसा कुछ नहीं है। मंगल फेरा एक हॉरर शैली की फिल्म है जबकि फिलौरी हल्की फुल्की कॉमेडी और एक भावनात्मक प्रेम कथा है।
मंगल फेरा में आत्मा का कोई अतीत नहीं है जबकि फिलौरी में शशि की एक लंबी कथा है, जिसमें प्रेम, दर्द और भावनाएं हैं। मंगल फेरा में तंत्र विद्या भी है जबकि फिलौरी में नहीं है।
फिलौरी और मंगल फेरा देखने के बाद लगता है कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने एकदम सही फैसला सुनाया और रही बात कंसेप्ट की तो मांगलिक व्यक्ति की शादी के लिए तरह तरह के उपाय सदियों से सुझाये जा रहे हैं।