मुम्बई। सब टीवी के सबसे लोकप्रिय धारावाहिक तारक मेहता का उल्टा चश्मा में बबीता की भूमिका अदा करने वाली टेलीविजन अभिनेत्री मुनमुन दत्ता ने सोशल मीडिया पर चली मी टू की कैंपेन का हिस्सा बनते हुए अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न और शोषण पर खुलकर बात की।
महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न और शोषण पर बात करते हुए मुनमुन दत्ता ने लिखा कि इस कैंपेन को जिस तरह दुनिया भर से समर्थन मिला, उससे पता चलता है कि यह समस्या काफी बड़ी है।
अभिनेत्री कहती हैं कि कुछ मर्द महिलाओं की ओर से किए जा रहे खुलासों से अचंभित हैं, लेकिन, मैं कहती हूं कि मर्दों को अचंभित नहीं होना चाहिये क्योंकि यह सब उनकी नाक के तले चल रहा है।
मुनमुन दत्ता कहती हैं कि अपने घर की हर महिला बेटी से लेकर नौकरानी तक को विश्वास में लेकर उनसे बात करें और आप उनके जवाब सुनकर दंग रह जाएंगे।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा अभिनेत्री कहती हैं कि आज मैं किसी भी मर्द को सबक सिखा सकती हूं जो दूर से भी मेरे साथ कुछ करने की सोचेगा, मुझे अपने आप पर गर्व है। लेकिन, बचपन से किशोर अवस्था तक की बात करते हुए मुनमुन दत्ता कई सनसनीखेज खुलासे करती हुई कहती हैं कि मैं बचपन में अपने नजदीक में रहने वाले अंकल से घबराती थी, क्योंकि वह मौका पाकर मुझको जकड़ लेता था, और धमकी देता था कि मैं यह बात किसी को न बतायूं।
अभिनेत्री आगे कहती हैं कि जिस व्यक्ति ने मुझको अस्पताल में पैदा होते हुए देखा, उसने मुझको 13 साल की उम्र में छूना सही समझा, क्योंकि इस समय मेरे शरीर में काफी बदलाव हो रहे थे।
उम्र से बड़े कॉजिन्स की बुरी नजर का शिकार हो चुकीं मुनमुन दत्ता खुलासा करती हैं कि उनके ट्यूशन टीचर ने उनके अंत:वस्त्रों में हाथ डाल दिए थे। इतना ही नहीं, उनका स्कूल टीचर जिसे वह राखी बांध थी, वह उसकी सहपाठी लड़कियों की ब्रा पकड़कर खींचता था, और स्तनों पर थप्पड़ मारता था।
मुनमुन दत्ता घटनाओं के बारे में खुलकर बात करने के पीछे के मकसद को स्पष्ट करते हुए कहती हैं, ‘मैं बहुत गर्व महसूस कर रही हूं कि मैं भी इस कैंपेन से जुड़ने वाली एक आवाज बनी हूं और लोगों तक यह संदेश पहुंचा रही हूं कि मुझे भी नहीं छोड़ा गया।