मुम्बई। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड और फिल्म निर्माता निर्देशकों की तू तू मैं मैं कोई नयी बात नहीं है। लेकिन, लगता है कि अब केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड और फिल्मकार आमने सामने की तैयारी में हैं।
जी हां, फिल्म सिमरन को रिलीज करने की तैयारी में बैठे फिल्मकार हंसल मेहता ने अपने ट्विटर पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के उच्च पदाधिकारियों को निशाने पर लिया है।
अलीगढ़, शाहिद जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके फिल्मकार हंसल मेहता ने कहा, ‘मैं आपराधिक आरोपों का सामना करने के लिए तैयार हूं, यहां तक कि न्यायिक गिरफ्तारी के लिए भी। लेकिन, मैं सीबीएफसी के हास्यास्पद दिग्गजों के आगे नहीं झुकाऊंगा।’
इस ट्विट के साथ हंसल मेहता ने डीएनए की एक रिपोर्ट के लिंक को शेयर किया है, जिसमें सीबीएफसी अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने कुछ फिल्म निर्माताओं पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
इस रिपोर्ट में बोर्ड अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने दावा किया है कि कुछ फिल्म निर्माता नकली और पुराने प्रमाण पत्रों की मदद से फिल्म को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की ओर से प्रमाण पत्र हासिल किए बिना ही ओवरसीज मार्केट में भेज देते हैं।
डीएनए की ख़बर में पहलाज निहलानी ने खुलासा किया कि कुछ निर्माता सालों से केवल 10000 रुपये की रिश्वत देकर प्रमाण पत्र हासिल कर लेते थे, जो प्रथा मेरे आने के बाद से खत्म हो गई। अब ऐसे में फिल्म निर्माता अपनी फिल्म को बाहर भेजने के लिए पुराने प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल करते हैं।
इस रिपोर्ट में पहलाज निहलानी ने किसी भी फिल्मकार का नाम नहीं लिया। लेकिन, हंसल मेहता ने इस ख़बर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अपने सोशल मीडिया खाते पर एक ट्विट किया है।
इसके बाद फिल्मकार सुधीर मिश्रा ने भी हंसल मेहता का समर्थन करते हुए कहा, ‘इस गतिविधि में मुझे भी शामिल करें।’