मुम्बई। फिल्मकार संजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म पद्मावत को लेकर चला रहा राजपूत समाज का विरोध अलग थलग पड़ता नजर आ रहा है।
राजपूत समाज के एक संगठन ने फिल्म पद्मावत की प्रशंसा करते हुए विरोध प्रदर्शन वापस लेने की घोषणा की है जबकि करणी सेना अपने पहले के फैसले पर डटी हुई है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना महाराष्ट्र नामक संगठन ने जारी प्रेस बयान में कहा, ‘संगठन अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के निर्देशन अनुसार हमने मुम्बई में फिल्म पद्मावत देखी। यह बताते हुए खुशी हो रही है कि फिल्म में राजपूत समाज की गरिमा और त्याग का सुंदर चित्रण किया गया है।’
संगठन ने जारी बयान में कहा कि उनकी ओर से राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और भारत के सभी सिनेमा घरों में फिल्म को रिलीज करवाने में सहयोग करेंगे।
जबकि दूसरी ओर करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने मीडिया से बात करते हुए इस संगठन को डुप्लीकेट कॉपी कहा। कालवी ने कहा कि उनका संगठन अपने फैसले पर कायम है और फिल्म पद्मावत को रिलीज नहीं होने दिया जाएगा।
गौरतलब है कि दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म पद्मावत ने 9 दिनों में भारतीय बॉक्स आॅफिस पर लगभग 176.50 करोड़ का कारोबार कर लिया है, जो 25 जनवरी 2018 को रिलीज हुई थी।
उधर, सोमवार को फिल्म पद्मावत से जुड़े एक मामले में राजस्थान उच्च अदालत के लिए फिल्म पद्मावत की स्पेशल स्क्रीनिंग का आयोजन होने जा रहा है। दरअसल, संजय लीला भंसाली, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खिलाफ नागौर में एक पुलिस शिकायत दर्ज करवायी थी।