मुम्बई। फिल्मकार करण जौहर की फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ पर पहले केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने जमकर कैंची चलाई। अब जब फिल्म ए दिल है मुश्किल को यू/ए प्रमाण पत्र मिल गया तो सिनेमा ऑनर एंड एक्सहिबिटर्स एसोसिएशन (सीओईएआई) इसके पर कतरने पर उतारू हो चुकी है।
एसोसिएशन के प्रमुख नितिन दातार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने जब हमारे मनोरंजक प्रोग्रामों पर प्रतिबंध लगा दिया है, तो हम ने भी पाकिस्तानी कलाकारों और तकनीक माहिरों के योगदान से बनीं फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है।
करण जौहर निर्देशित ए दिल है मुश्किल में फवाद खान का किरदार हर किसी की आंख में चुभ रहा है। हालांकि, फवाद खान के फैन को ट्रेलर में फवाद की छोटी सी झलक भी खुश कर गई थी। फिल्म रिलीज होने में सिर्फ 2 सप्ताह बाकी हैं। ऐसे में करण जौहर मामले को किस तरह निबटाते हैं, यह देखना मजेदार होगा।
हालांकि, वर्तमान में ऐसी तकनीक उपलब्ध है, जो किसी के चेहरे पर किसी का चेहरा लगा सकती है। अब देखना यह है कि फिल्मकार करण जौहर फिल्म से फवाद खान को अलग करते हैं या कुछ सिनेमा घरों में फिल्म रिलीज न करने का जोखिम मोल लेते हैं।
इसका प्रभाव गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा जैसे राज्यों में देखने को मिल सकता है। हालांकि, गुजरात और महाराष्ट्र को छोड़कर अन्य दो राज्यों में वैसे भी ए दिल है मुश्किल में अधिक संख्या ऑडियंस नहीं होगी। इसको देखते हुए घबराने वाली अधिक बात नहीं है। यदि एसोसिएशन की अपील वायरल होगी, तो मुश्किल खड़ी हो सकती है।
हम तो यह ही कहेंगे कि फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ तेरा तो रिलीज होना भी हुआ मुश्किल! लेकिन, हम चाहेंगे कि करण जौहर की फिल्म रिलीज हो क्योंकि नुकसान किसी का भी हो, नुकसान तो नुकसान होता है।