अहमदाबाद। टेलीविजन और फिल्म अभिनेता अमर उपाध्याय, जो क्योंकि सास भी कभी बहू थी के मिहिर के रूप में आज भी दर्शकों के जेहन में बसे हुए हैं, गुजराती फिल्म जगत में कदम रखने जा रहे हैं। अमर उपाध्याय की पहली गुजराती फिल्म आव तारु करी नाखु 2 जून 2017 को रिलीज होने जा रही है।
फिल्म आव तारु करी नाखु के प्रचार में व्यस्त अमर उपाध्याय ने अहमदाबाद में मीडिया से रूबरू होते हुए गुजराती फिल्म जगत में प्रवेश करने का अवसर किस तरह हाथ लगा के बारे में दिलचस्प खुलासा किया।
अमर उपाध्याय के मुताबिक एक दिन मुम्बई के एक मॉल में उनकी मुलाकात टेलीविजन सीरीयल डायरेक्ट राहुल मेवावाला के साथ हुई, जो इस फिल्म के निर्देशक हैं।
इस मुलाकात के दौरान अमर उपाध्याय ने गुजराती में निर्देशक से बात की, जो निर्देशक के साथ मौजूद फिल्म निर्माता विकास वर्मा को चकित कर गई क्योंकि अब तक अमर उपाध्याय को दर्शकों की तरह उन्होंने भी केवल हिंदी अभिनय जगत में ही देखा था।
इसके बाद विकास वर्मा और निर्देशक दोनों अमर उपाध्याय के पास फिल्म का ऑफर लेकर आए। देख भाई देख जैसे हास्य सीरियल से अभिनय डेब्यु करने वाले अमर उपाध्याय को फिल्म की पटकथा पसंद आई और आव तारु करी नाखु में अमर उपाध्याय की एंट्री हुई।
एक अन्य सवाल के जवाब में साथ निभाना साथिया के धर्म सूर्यवंशी उर्फ अमर उपाध्याय ने कहा, ‘मैं तायक्वोंडो में ब्लैक बेल्ट हूं। निश्चित तौर पर, मैं गुजराती में एक्शन भरपूर फिल्म करना पसंद करूंगा। इस बारे में निर्माताओं से बात चल रही है।’
कोई अन्य फिल्म ऑफर होने के बारे में पूछे जाने पर अमर उपाध्याय ने नोटबंदी पर चुटकी लेते हुए कहा, ‘हां, एक और गुजराती फिल्म ऑफर हुई थी। लेकिन, नोटबंदी के कारण निर्माताओं का बजट बिगड़ गया और बात आगे नहीं बढ़ सकी।’
बता दें कि फिल्म आव तारु करी नाखु की कहानी एक रईसजादे हसमुख भाई के इर्दगिर्द घूमती है, जो अपने बेटों की शादी करना चाहता है। लेकिन, बेटे शादी के लिए तैयार नहीं होते। अचानक हसमुख खुद दूसरी शादी कर लेता है और इसके बाद जो घटित होता है, उसको हास्य के रूप में पेश किया गया है।
फिल्म में अमर उपाध्याय के अलावा टिकु तल्सानिया, आदित्य कपाड़िया, मनीषा कनोजिया, मोनल गज्जर, तन्वी ठक्कर और तपन भट्ट हैं।