हिन्‍दी नाटक मैं जगजीत : एक सराहनीय और शानदार प्रयास

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संगीत के गजल जैसे प्रारूप को आम जन में लोकप्रिय बनाने वाले मशहूर गजलगो जगजीत सिंह को समर्पित और उनके जीवन पर आधारित हिंदी नाटक मैं जगजीत का आयोजन बीती रात स्‍थानीय आत्‍मा हाल में हुआ। जगजीत सिंह के जीवन सफर को बयान करते नाटक मैं जगजीत को हर्ष शोधन ने भार्गव गज्‍जर के साथ मिलकर लिखा।

संगीत और किस्‍सागोई शैली के नाटक मैं जगजीत में गजलगो गायक जगजीत सिंह का किरदार अभिनेता चेतन दैय्या ने अदा किया। वहीं, चित्रा के किरदार में तारिका त्रिपाठी और युवा जगजीत सिंह के किरदार में पलकेश अग्रवाल नजर आए।

जगजीत सिंह की लोकप्रिय गजलों को अपनी मधुर और मखमली आवाज में गायक नीरव बारोट ने पिरोया। इस युवा गायक की शानदार प्रस्‍तुति ने समा बांधे रखा।

वैसे तो जगजीत सिंह के बारे में बहुत सी जानकारियां अख़बारों, पत्रिकाओं और इंटरनेट पर बिखरी पड़ी हैं, जिनसे हम में से बहुते अवगत भी होंगे। लेकिन, उन जानकारियों का संकलन करके उनको एक नाटक के रूप में मंच पर लाने का साहस, जो हर्ष शोधन, भार्गव गज्‍जर और उनकी टीम ने किया, वो सराहनीय है।

मैं जगजीत को लिखते हुए हर्ष शोधन और भार्गव गज्‍जर ने इस बात का पूरा पूरा ध्‍यान रखा है कि जानकारी के साथ साथ मनोरंजन भी महत्‍वपूर्ण है। मधुर गीत संगीत और रोचक वार्ता के बीच बीच चुटीले संवाद भी शामिल किए गए, ताकि दर्शक वर्ग ठहाके भी लगा सके।

मैं जगजीत में जगजीत सिंह के बचपन से लेकर उनकी अंतिम सांस तक की यात्रा को शामिल किया गया। वैसे तो जगजीत सिंह जैसी हस्‍ती के जीवन को कुछ घंटों में समेटना आसान नहीं होता, लेकिन, फिर भी मचान थिएटर का यह प्रयास काफी हद तक सफल लगता है।