मुम्बई। सौंदर्य प्रतियोगिता से सिने पर्दे तक पहुंचने वाली देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा इनदिनों में विवादों में घिरी हुईं हैं। वैसे तो हर आए महीने किसी न किसी बात के लिए प्रियंका चोपड़ा की सोशल मीडिया पर खिंचाई होती रहती है। मगर, इस बार मामला इतना गंभीर हो गया कि अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की ओर से उनकी मां मधु चोपड़ा को सिक्किम के लोगों से माफी मांगनी पड़ी।
दरअसल, कुछ दिन पहले प्रियंका चोपड़ा ने टेलीविजन ईटी कनाडा को इंटरव्यू देते हुए कहा, ‘भारत के उत्तर-पूर्व में सिक्किम एक छोटा सा राज्य है, जहां कभी कोई फिल्म इंडस्ट्री नहीं रही, न ही इस क्षेत्र के किसी शख्स ने कोई फिल्म बनाई। पहुना पहली ऐसी फिल्म है जो उस क्षेत्र से जुड़ी है, क्योंकि यहां काफी विद्रोह और परेशान करने वाली स्थितियां हैं। पर मैं काफी उत्साहित हूं।‘
प्रियंका चोपड़ा की इस इंटरव्यू को देखने के बाद सिक्किम के लोगों ने सोशल मीडिया पर अपना विरोध प्रकट करना शुरू कर दिया। लोगों ने मांग की कि प्रियंका चोपड़ा अपने बयान को दुरुस्त करें और माफी मांगें। एक व्यक्ति ने प्रियंका चोपड़ा टैग करते हुए लिखा, ‘सिक्किम सबसे शांतिमय राज्य है। हमारे यहां पर कोई भी विद्रोही गतिविधि नहीं होती, कृपया करके अपनी प्रतिक्रिया को जिम्मेदारी से दें।‘
मुम्बई से स्क्रीन राइटर बिश्वातोश सिन्हा, जो असम से आते हैं, ने भी प्रियंका चोपड़ा के इंटरव्यू पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा, ‘सिक्किम शांतिमय स्थान है और पहुना इस क्षेत्र की पहली फिल्म नहीं है। कृपा करके नॉर्थ ईस्ट को लेकर अपने तथ्य सही करें।’
Dear Priyanka Chopra, Sikkim is a peaceful place and #Pahuna is not the first film from the region. Plz get the facts right about NorthEast.
— Biswatosh Sinha (@biswatosh) September 14, 2017
उधर, प्रियंका चोपड़ा पर निरंतर हमले होते देखकर उनकी मां मधु चोपड़ा ने सिक्किम के पर्यटन मंत्री उगेन गयेत्सो को टेलीफोन करके इस बात के लिए माफी मांगी। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर इस बारे में कोई प्रतिक्रिया शेयर नहीं की।
हालांकि, अभिनेत्री के करीबी सूत्रों का कहना है कि प्रियंका चोपड़ा के बयान को समझने में गलती हुई है। जैसा मतलब निकाला जा रहा है, दरअसल प्रियंका चोपड़ा वैसा नहीं कह रही हैं।
गौरतलब है कि प्रियंका चोपड़ा ने पहुना नामक पहली सिक्किम फिल्म बनायी है, जिसको टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिखाया गया था। यह फिल्म दो नेपाली बच्चों के इर्दगिर्द घूमती है, जो किसी विवाद के कारण विस्थापित हो जाते हैं। फिल्म का निर्देशन पाखी ए टायरवाला ने किया है।
वैसे प्रियंका चोपड़ा इनदिनों सीरिया के बच्चों के साथ समय गुजार रही हैं, जो यूनिसेफ के अभियान का हिस्सा है।