अधर में छोड़नी पड़ी पढ़ाई, एक छोटी सी मुलाकात ने बदली जैकी श्रॉफ की लाइफ

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मुम्बई। अलग अलग भाषाओं की 200 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुके जैकी श्रॉफ 1 फरवरी 2018 को 61 साल के हो गए। असहाय लोगों की मदद के लिए हमेशा हाथ आगे बढ़ाने वाले फिल्म अभिनेता जैकी श्रॉफ ने उन दिनों का सामना भी किया है, जब उनके पास पढ़ने लिखने के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे।

जैकी श्रॉफ की पढ़ाई के लिए उनकी मां रीता श्रॉफ, जो कजाखस्तान से संबंधित थीं, कभी अपनी साड़ी तो कभी अपने बर्तन बेचकर पैसे जुटाया करती थीं। हालांकि, जैकी श्रॉफ की मां ज्योतिष विद्या में माहिर थी, लेकिन, इससे केवल घर का खर्च ही निकल पाता था।

नतीजन, घर की गरीबी के कारण जैकी श्रॉफ को अपनी पढ़ाई लिखाई अधर में छोड़नी पड़ी। जैकी श्रॉफ ने 11वीं कक्षा के बाद स्कूली पढ़ाई को टाटा बाय बाय कर दिया था। 11वीं कक्षा की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए जैकी श्रॉफ ने एक लोकल कंपनी ट्रेड विंग्स में काम करना शुरू किया।

इस दौरान एक दिन बस स्टॉप पर जैकी श्रॉफ की मुलाकात एक विज्ञापन कंपनी के आकउंटेंट से हुई। उसने जैकी श्रॉफ को मॉडलिंग करने के लिए आॅफर दी। जैकी श्रॉफ को मॉडलिंग के लिए पहली बार सात हजार रुपये मिले, जो जैकी श्रॉफ की जिंदगी बदलने के लिए काफी थे।

मॉडलिंग करते करते एक दिन जैकी श्रॉफ की मुलाकात सुनील आनंद से हुई, जो देव आनंद के बेटे हैं। सुनील आनंद के कारण जैकी श्रॉफ देव आनंद से मिले। जैकी श्रॉफ को देखते ही देव आनंद ने कहा, ‘सुबह तुम्हारा पोस्टर देखा था, अभी तुम को सामने देख रहा हूं। तुमको रोल जरूर दूंगा।’

गौरतलब है कि देव आनंद ने फिल्म स्वामी दादा में जैकी श्रॉफ को जिस रोल के लिए हां कही थी, वो बाद में उन्होंने मिथुन को दे दिया था, और जैकी श्रॉफ के हिस्से फिल्म में एक छोटा सा रोल आया।

बता दें कि जैकी श्रॉफ का असली नाम जय किशन काकूभाई श्रॉफ है। उनको जैकी नाम फिल्मकार सुभाष घई ने दिया, क्योंकि फिल्म जगत के हिसाब से उन्हें जैकी का लंबा नाम अच्छा नहीं लग रहा था। जैकी श्रॉफ का जन्म 1 फरवरी 1957 को उदगीर तहसील, महाराष्ट्र में हुआ। जैकी श्रॉफ के पिता का नाम काकुलाल हरीलाल श्रॉफ है।