Thursday, December 5, 2024
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फिल्‍म अवार्ड्स नामांकन में भी चला अनुभव सिन्‍हा की आर्टिकल 15 का जादू

बॉक्‍स ऑफिस पर भी नहीं बल्कि फिल्‍म पुरस्‍कार नामांकन में भी अनुभव सिन्‍हा की आर्टिकल 15 का जादू देखने को मिल रहा है। जी हां, जातिवादी भेदभाव और बलात्‍कार जैसे घिनौने जुर्म पर बनी फिल्‍म आर्टिकल 15 को देश के प्रतिष्ठित फिल्‍म पुरस्‍कारों में शुमार स्‍क्रीन अवार्ड्स में एक दो नहीं बल्कि दस श्रेणियों में नामांकन मिला है।

अनुभव सिन्हा द्वारा निर्देशित “आर्टिकल 15” हमारे देश की गहरी जड़ वाली जाति पदानुक्रम की याद दिलाती है जो आज भी हमारे देश में मौजूद है और साथ ही इससे संबंधित मानदंड निर्धारित नियमों का पालन न करने के परिणाम को उजागर करती है।

आष्‍युमान खुराना अभिनीत फिल्‍म आर्टिकल 15 ने सिनेमाघरों में शानदार 50 दिनों का सफ़र तय किया था, साथ ही सिने प्रेमियों द्वारा फिल्म को बेहद पसंद किया गया था और उसके यथार्थवादी दृष्टिकोण ने सभी का दिल जीत लिया है। इस उपलब्धि की गवाही स्क्रीन अवार्ड्स में आर्टिकल 15 को प्राप्त हुए नामांकन की संख्या है।

एक या दो नहीं, बल्कि 10 नॉमिनेशनों में अनुभव सिन्हा की फिल्म “आर्टिकल 15” ने अपनी जगह बनाई है जिसमें सर्वश्रेष्ठ पटकथा, सर्वश्रेष्ठ संवाद, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ एडिटिंग, सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी, सर्वश्रेष्ठ साउंड और सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाइन जैसी कई श्रेणियां शामिल है।

फिल्म सबसे यथार्थवादी इन्वेस्टिगेशन ड्रामा है जो वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित है। दलित बलात्कार से लेकर अन्य अत्याचारों पर, आर्टिकल 15 में समाज की सामाजिक तंत्रिका की पकड़ को दर्शाया गया है, साथ ही एक ऐसी खतरनाक स्थिति को प्रस्तुत किया गया है जिससे देश आज भी निपट रहा है।

अनुभव सिन्हा ने आर्टिकल 15 के रूप में एक ऐसी फिल्म दी है जो इतनी अलग, कठोर और झंझोड़ कर रख देने वाली कहानी होने के बावजूद दर्शकों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ने में सफ़ल रही है और सिनेमाघरों में शानदार प्रदर्शन के साथ फ़िल्म का बोलबाला देखने मिला था

Kulwant Happy
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कुलवंत हैप्‍पी, संपादक और संस्‍थापक फिल्‍मी कैफे | 14 साल से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय हैं। साल 2004 में दैनिक जागरण से बतौर पत्रकार कैरियर की शुरूआत करने के बाद याहू के पंजाबी समाचार पोर्टल और कई समाचार पत्रों में बतौर उप संपादक, कॉपी संपादक और कंटेंट राइटर के रूप में कार्य किया। अंत 29.01.2016 को मनोरंजक जगत संबंधित ख़बरों को प्रसारित करने के लिए फिल्‍मी कैफे की स्‍थापना की।
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