मुम्बई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने मशहूर उपन्यासकार धर्मवीर भारती की लोकप्रिय कृति ‘गुनाहों का देवता’ पर आधारित फिल्म को पत्नी जया बच्चन संग याद किया। उन्हें अफसोस है कि वह फिल्म पूरी न हो पाई। बांद्रा गेट चौक का नामकरण धर्मवीर भारती के नाम पर किए जाने के मौके पर बिग बी ने कहा, “जब मैं बच्चा था, तब मैं भारती के उपन्यास ‘गुनाहों का देवता’ के बारे में काफी कुछ सुना करता था। उन दिनों इलाहबाद में और बाद में दिल्ली में मेरी मां शेक्सपीयर के नाटकों में काम किया करती थीं। उन नाटकों का अनुवाद मेरे पिता ने किया था।”
अमिताभ ने कहा, “मैंने उन्हीं दिनों ‘गुनाहों का देवता’ पढ़ी था और मेरी इच्छा थी कि मैं उस पर आधारित किसी नाटक में काम करूं।”
उन्होंने पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा, “ईश्वर की दया से फिल्म उद्योग में आने के कुछ दिनों बाद मुझे इसी उपन्यास पर आधारित एक फिल्म में काम करने का प्रस्ताव मिला। मुझे चंदर की भूमिका दी गई थी और खुशी की बात थी कि सुधा की भूमिका जया को दी गई थी।”
फिल्म की शूटिंग के बारे में अमिताभ ने कहा, “उस समय हमारी शादी नहीं हुई थी। हमने बेहद लगन से फिल्म में काम किया था। फिल्म की 7-8 रीलें बनी थीं, लेकिन किसी कारणवश यह पूरी नहीं हो पाई थी और हमें इसका हमेशा अफसोस रहा है।”
संयोग से खबर यह भी मिली है कि रेखा भी इस अधूरी फिल्म का हिस्सा थीं और उन्हें एक अहम किरदार के लिए चुना गया था।
–आईएएनएस