मुम्बई। राष्ट्रीय पुरस्कृत फिल्मकार मधुर भंडारकर निर्देशित फिल्म इंदू सरकार पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड का उस्तरा चल चुका है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने फिल्म निर्माता निर्देशक को 12 कट और 2 डिस्क्लैमर्स लगाने की सिफारिश की है।
उल्लेखनीय है कि 1975 के आपातकाल पर आधारित मधुर भंडारकर निर्देशित फिल्म इंदू सरकार 28 जुलाई 2017 को रिलीज हो रही है। फिल्म इंदू सरकार में कीर्ति कुल्हारी, नील नितिन मुकेश और सुप्रिया विनोद ने अहम भूमिका निभायी है।
इंदू सरकार का ट्रेलर : इमरजेंसी की त्रासदी और जनाक्रोश से लबालब
मुम्बई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार इंडियन हेराल्ड समाचार पत्र में अटल बिहारी वाजपेयी, मोरारजी देसाई और लाल कृष्ण आडवाणी का नाम हटाने को कहा गया है।
इसके अलावा अब इस देश में गांधी के मायने बदल चुके हैं, भारत की एक बेटी ने देश को बंदी बनाया हुआ है, और तुम लोग जिंदगी भर मां बेटे की गुलामी करते रहोगे, मैं तो 70 साल का बुढ्डा हूं मेरी नसबंदी क्यों करवा रहे हो?, जैसे संवाद डिलीट करने को कहा गया है।
दरअसल, यह ऐसे संवाद हैं, जो इंदिरा गांधी परिवार की छवि को धूमिल करते हैं, जो राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर भी फिट बैठते हैं। यदि यह संवाद फिल्म में रहते, तो यकीनन सिनेमा हाल सीटियों और तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठता, विशेषकर गांधी परिवार विरोधियों की।
साथ ही, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने किशोर कुमार, आईबी, पीएम, सैक्शन ऑफिसर, आरएसएस, अकाली, कम्यूनिस्ट, जयप्रकाश नारायण जैसे शब्दों को भी हटाने के लिए कहा है।
फिल्मकार मधुर भंडारकर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की सिफारिश से काफी हैरान बताए जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार मधुर भंडारकर ने कुछ कटों को बेतुका और हैरान करने वाला करार दिया है।