मुंबई| अभिनेता इमरान हाशमी का कहना है कि उनकी जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आया, जब वह और उनकी पत्नी बेटे के कैंसर के लिए स्वयं को कसूरवार मानने लगे।
इमरान बेटे अयान के कैंसर को लेकर चली उनकी जद्दोजहद को एक किताब में बयां कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि एक वक्त ऐसा भी आया, जब उन्होंने स्वयं से पूछा कि ‘हमसे कहां गलती हो गई?’
फरवरी 2010 में जन्मे अयान का 2014 की शुरुआत में कैंसर का इलाज कराया गया। उस वक्त वह चार साल का था।
कैंसर के बारे में जागरूकता लाने और अपनी कहानी साझा करने के लिए इमरान ने ‘द किस ऑफ लाइफ : हाउ अ सुपरहीरो एंड माय सन डिफेटिड कैंसर’ नामक एक किताब लिखी। किताब का हिंदी और मराठी में विमोचन होने जा रहा है।
उन्होंने कहा, “हमें इसका पता ही नहीं चला, क्योंकि कोई सचेत करने वाले लक्षण, बुखार या शारीरिक बेचैनी नहीं दिख रही थी।”
इमरान ने कहा, “हमने सोचा कि यह (ट्यूमर) बढ़ रहा है और मेरे ख्याल से हमें सबसे पहली चीज ग्लानि महसूस हुई।”
-आईएएनएस