मुम्बई। पाकिस्तानी उपन्यासकार सबा इम्तियाज के उपन्यास कराची, यूआर किलिंग मी! पर आधारित फिल्म नूर में कुछ बदलाव किए गए हैं, जो फिल्म के साथ पाकिस्तानी कनेक्शन को थोड़ा लूज करते हैं।
जानकारी के अनुसार उरी हमले के बाद देश में पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध तेजी के साथ हुआ और पाकिस्तान से जुड़ी हर फिल्म पर ख़तरे के बादल मंडराने लगे। ऐसे में नूर भी मुश्किल में पड़ती नजर आ रही थी। लेकिन, इसमें ऐसा बदलाव हुआ, जो नूर को भारतीय फिल्म बनाता है।
निर्देशक सनहिल सिप्पी निर्देशित फिल्म नूर के बारे में बात करते हुए सोनाक्षी सिन्हा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, ‘फिल्म कराची, यूआर किलिंग मी! उपन्यास पर आधारित है, लेकिन हमने मुंबई की पृष्ठभूमि के हिसाब से उसमें बदलाव किया है। मुझे लगता है कि हर लड़की और यहां तक कि कुछ लड़के भी इस चरित्र से खुद को जोड़कर देख पाएंगे।’
फिल्म में पत्रकार की भूमिका निभाने वाली सोनाक्षी सिन्हा ने कहा, ‘मुझे फिल्म की कहानी सुनते ही पसंद आ गई थी और मुझे सच में इसके लिए ज्यादा तैयारी नहीं करनी पड़ी क्योंकि मुझे लगता है कि यह किरदार मेरे जैसे ही है।’
फिल्म 21 अप्रैल 2017 को रिलीज होगी। -आईएएनएस/एफकेएनएन