नई दिल्ली। आगामी फिल्म ‘शोरगुल’ के खिलाफ दायर हुई याचिका पर अभिनेता जिम्मी शेरगिल ने कहा कि यह किसी के जीवन पर आधारित फिल्म नहीं है।
फिल्म के खिलाफ दायर याचिका में कहा गया है कि इसके किरदार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक संगीत सोम, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कैबिनेट मंत्री आजम खां से प्रेरित हैं।
जिम्मी शेरगिल ने आईएएनएस को बताया, “यह फिल्म बॉयोपिक नहीं है। अगर यह होती, तो हम इसके लिए अनुमति लेते और इसके लिए संबंधित व्यक्ति के साथ समय बिताकर उसके किरदार के बारे में जानकारी हासिल करते, लेकिन इसमें ऐसा कुछ नहीं हुआ है। ‘शोरगुल’ एक प्रेम कहानी को दर्शाती सामाजिक-राजनीतिक फिल्म है, जिसमें प्रेम कहानी भी है।”
फिल्म के खिलाफ जनहित याचिका विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के स्थानीय नेता मिलन सोम ने गुरुवार को दायर की, जो फिल्म के ट्रेलर पर आधारित है।
जिम्मी शेरगिल ने कहा, “फिल्म का ट्रेलर उसके निर्माताओं पर निर्भर होता है। यह कलाकारों के हाथ में नहीं होता। यह किसी के जीवन पर आधारित नहीं है।”
जिम्मी शेरगिल ने यह भी कहा कि फिल्म सेंसर बोर्ड के सामने से गुजरी है, जिसने इसे पास किया है। उन्होंने कहा कि इसमें दिखाए सारे दृश्य यह दर्शाते हैं कि फिल्म के सारे किरदार काल्पनिक हैं।
जितेंद्र तिवारी इस फिल्म के सह-निर्देशक हैं। उन्होंने ‘शोरगुल’ का बचाव करते हुए कहा कि यह मानवता के बुनियादी सिद्धांतों पर आधारित है।
-आईएएनएस