Friday, November 22, 2024
HomeGossip/Newsनिर्माता का दावा, फिल्‍म 31 अक्‍टूबर को ले डूबे बेवजह लगाए गए...

निर्माता का दावा, फिल्‍म 31 अक्‍टूबर को ले डूबे बेवजह लगाए गए कट

मुंबई। हाल में ही रिलीज हुई फिल्म ’31 अक्टूबर’ के लेखक और निर्माता हैरी सचदेवा ने मीडिया वार्ता के दौरान कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा लगाए गए अनुचित कट की वजह से फिल्म का प्रभाव कम हुआ।

’31 अक्टूबर’ प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 में हुए सिख दंगे पर आधारित है। इसका निर्देशन शिवाजी लोटन पाटिल ने किया है। सेंसर बोर्ड ने कुछ आपत्तिजनक सीनों के हटाए जाने के बाद राजनीतिक रूप से विवादास्पद इस फिल्म की रिलीज के लिए मंजूरी दी थी। यह फिल्म 21 अक्टूबर को रिलीज हुई।

31st-octber-002

सचदेवा ने कहा, “मैंने फिल्म में ऐसा कोई दृश्य नहीं दिखाया है जो सच नहीं है। फिर भी सेंसर बोर्ड ने मेरी फिल्म में एक साल देरी की। बोर्ड ने 60 मौखिक और विजुअल दृश्यों को हटा दिए। मैंने सेंसर बोर्ड को कहा था कि फिल्म में कोई आपत्तिजनक दृश्य नहीं है। मैंने ‘साला’ जैसे शब्दों को साउंडट्रैक से बीप करने की बात कही थी।”

हालांकि, सचदेवा ने कहा कि इस को लेकर कभी भी उन्‍होंने सीबीएफसी अध्यक्ष पहलाज निहलानी से बात नहीं की।

उन्होंने कहा, “मैंने केवल सेंसर बोर्ड के सदस्यों द्वारा की गई आपत्तियों के बारे में बताया था। अब मुझे लगता है कि पहलाज निहलानी से फिल्म के बारे में बात करनी चाहिए थी।”

इस फिल्म में वीर दास और सोहा अली खान मुख्य भूमिकाओं में हैं। सचदेवा ने कहा कि सिक्ख समुदाय से हमारी फिल्म को भावनात्मक प्रतिक्रिया मिली।

उन्होंने कहा, “यह सारा घटनाक्रम इंदिरा जी के हत्या के बाद के चार दिनों की है। मेरी फिल्म में हर सिख की व्यथा को दर्शाया गया है।” -आईएएनएस

FilmiKafeसिने ख़बर अब हिन्‍दी में – से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए Facebook और Google+ , और Twitter  पर हमारे साथ आईए।

CopyEdit
CopyEdithttps://filmikafe.com
Fimikafe Team जुनूनी और समर्पित लोगों का समूह है, जो ख़बरों को लिखते समय तथ्‍यों का विशेष ध्‍यान रखता है। यदि फिर भी कोई त्रुटि या कमी पेशी नजर आए, तो आप हमको filmikafe@gmail.com ईमेल पते पर सूचित कर सकते हैं।
RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments