‘बॉबी’ से चिकने चेहरे वाले नायक के रूप में हिन्दी फिल्म जगत में कदम रखने वाले चॉकलेटी हीरो ऋषि कपूर ने गुरूवार की सुबह अंतिम सांस ली। दो साल से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे अभिनेता ऋषि कपूर ने एच एन रिलायंस अस्पताल में दम तोड़ा। ऋषि कपूर के साथ मारपीट करना चाहते थे संजय दत्त, लेकिन क्यों?
इस बारे में मीडिया से बात करते हुए रणधीर कपूर ने कहा, ‘वो नहीं रहा। वो जा चुका है।’ उधर, अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, ‘वो चला गया। ऋषि कपूर चला गया। बस गुजर गया। मैं बर्बाद हो गया।’ जन्मदिवस विशेष : 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो बने ऋषि कपूर
गौरतलब है कि अभिनेता ऋषि कपूर को स्वास्थ्य तकलीफ के चलते एच एन रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज सुबह (30 अप्रैल 2020) को उन्होंने अंतिम सांस ली।
लगभग एक साल तक अमेरिका में कैंसर का इलाज कराने के बाद अभिनेता ऋषि कपूर पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। फरवरी महीने में, ऋषि कपूर उनके स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ के कारण दो बार अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
बता दें कि तीन महीने पहले, ऋषि कपूर की बहन का देहांत भी कैंसर की बीमारी के कारण हुआ था।
ऋषि कपूर ने अपने कई दशक लंबे कैरियर के शुरूआती दो दशकों के दौरान रोमांटिक भूमिकाएं अदा की। ऋषि कपूर ने बाल कलाकार के तौर पर अपने पिता राज कपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर की थी।
ऋषि कपूर ने नीतू सिंह के साथ कई फिल्मों में ऑन स्क्रीन रोमांस करने के बाद 1980 में शादी करते हुए ऑफ स्क्रीन रोमांस शुरू किया।
ऋषि कपूर की बेहतरीन फिल्मों में बॉबी, अमर अकबर एंथनी, लैला मजनू, रफू चक्कर, सरगम, कर्ज, प्रेम रोग, चांदनी, दामिनी, हीना, बोल राधा बोल, सागर और अग्निपथ आदि शामिल हैं।