Friday, November 8, 2024
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सोशल मीडिया पर Troll हो रही हैं सोनम कपूर, जानिये, क्‍यों?

मुम्‍बई। नीरजा अभिनेत्री सोनम कपूर अपने अभिनय के कारण कम अपनी बेबाक राय रखने की आदत की वजह अधिक जानी जाती हैं।

इस बार भी सोनम कपूर अपने एक लेख को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुईं हैं, जिसमें सोनम कपूर राष्‍ट्र गान को सुनने और बचपन में सुनी लाइन हिंदू मुस्‍लिम सिख ईसाई.. को याद करने की अपील करती हैं।

दरअसल, जो राष्‍ट्र गान अधिकृत है और लोकप्रिय है, उसमें वो लाइन नहीं आती, जिसका जिक्र सोनम कपूर अपने लेख में कर रही हैं। मगर, सोनम कपूर ने अपना बचाव करने के लिए राष्‍ट्र गान के दूसरे छंद का हवाला दिया है।

यदि गौर से देखा जाए तो उसमें हिंदू बुद्ध सिख जैन, पारसी, मुस्‍लिमान, क्रिस्‍टानी का जिक्र है, उस लाइन का नहीं, जिसका सोनम कपूर अपने लेख में कर रही हैं। असल में सोनम कपूर जिस लाइन का जिक्र कर रही हैं, वो एक लोकप्रिय नारा है, जो सालों से चला आ रहा है। लेकिन, वो राष्‍ट्र गान का हिस्‍सा नहीं है।

आर्य स्‍कूल की छात्रा रहीं सोनम कपूर ने अपने लेख में बड़ी उग्रता के साथ अपनी बातें रखी हैं, चाहे वो लोकतंत्र में देश के प्रधानमंत्री से सवाल पूछने की हों या सोशल मीडिया पर ट्रॉल करने वालों को लताड़ लगाने की।

मगर, सोनम कपूर भूल गईं कि ट्रॉल करने वालों को आपकी एक गलती मिलनी चाहिये, जो अभिनेत्री ने अपने लेख में कर दी है। दिलचस्‍प बात तो यह है कि जन गण मन के एक वीडियो, जो 2014 में सामने आया था, में सोनम कपूर भी शामिल हैं, जो कई सिनेमाघरों में इनदिनों चल रहा है।

कुछ ट्विटर यूजर्स सोनम कपूर के साथ साथ लोगों के भी मजे ले रहे हैं। एक ट्विटर यूजर ने लिखा, सोनम कपूर के लेख के बाद कुछ लोग जन गण मन गाकर देख रहे हैं, कहीं सोनम कपूर सही तो नहीं कह रही हैं।

वैसे सोनम कपूर ने अपने लेख में जिक्र किया है कि यदि वह कुछ गलत कह देती हैं तो उसके लिए वह माफी जरूर मांगती हैं।

अब देखना यह है कि सोनम कपूर या मीडिया हाउस लेख में प्रकाशित इस लाइन पर किस तरह की प्रतिक्रिया देता है। इससे पहले एक स्‍तंभकार ने तैश में आकर कमल हासन को भी मुस्‍लिम करार दे दिया था।

Kulwant Happy
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कुलवंत हैप्‍पी, संपादक और संस्‍थापक फिल्‍मी कैफे | 14 साल से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय हैं। साल 2004 में दैनिक जागरण से बतौर पत्रकार कैरियर की शुरूआत करने के बाद याहू के पंजाबी समाचार पोर्टल और कई समाचार पत्रों में बतौर उप संपादक, कॉपी संपादक और कंटेंट राइटर के रूप में कार्य किया। अंत 29.01.2016 को मनोरंजक जगत संबंधित ख़बरों को प्रसारित करने के लिए फिल्‍मी कैफे की स्‍थापना की।
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