मुम्बई। अभिनेत्री रवीना टंडन अभिनीत बहुप्रतीक्षित फिल्म मातृ, जो बलात्कार जैसी त्रासदी पर आधारित है, का पूर्व तयशुदा समय पर रिलीज होना मुश्किल लग रहा है। दरअसल, इस फिल्म को अभी तक भारतीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हो सका।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फिल्मकार अशतर सईद निर्देशित फिल्म मातृ की समीक्षा करने के लिए बोर्ड की ओर से शनिवार को विशेष तौर पर कार्यालय खोला गया था, जबकि आम तौर पर शनिवार को कार्यालय बंद रहता है। लेकिन, फिल्म बोर्ड की जांच कमेटी को संतुष्ट करने में असफल रही।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार फिल्म के दस्तावेज, जो बोर्ड को समीक्षा पूर्व सौंपे जाते हैं, फिल्म के साथ ताल-मेल बिठाने में असफल रहे। इसके अलावा फिल्म में बलात्कार सीनों को काफी हिंसक तरीके से फिल्माया गया है और गाली गालौच काफी है, जो बोर्ड को खटक गया।
गौरतलब है कि इससे पहले भी एक बार बोर्ड की ओर से फिल्म की समीक्षा करने के लिए स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया था। लेकिन, जांच कमेटी दस मिनटों के अंदर ही फिल्म को छोड़कर चली गई।
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उधर, बोर्ड चेयरमैन पहलाज निहलानी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने अपने स्तर पर फिल्म निर्माताओं को पूरा सहयोग किया। फिल्म मातृ की स्क्रीनिंग के लिए शनिवार को स्पेशल तौर पर कार्यालय भी खोला।
अब जब फिल्म मातृ को बोर्ड की जांच कमेटी ने प्रमाण पत्र देने से इंकार कर दिया है तो ऐसे में निर्माता निर्देशक को पुन:समीक्षा कमेटी के पास जाना होगा, जिसमें कुछ समय लग सकता है। इसको देखते हुए लगता नहीं कि मातृ 21 अप्रैल को रिलीज हो सकेगी।