बॉलीवुड, सिर्फ़ दुनिया की सबसे बड़ी फ़िल्म इंडस्ट्री के तौर पर ही मशहूर नहीं है, बल्कि सवा अरब से ज्यादा आबादी वाले देश में उन सभी के लिए एक मंजिल है, जो अभिनय की दुनिया में अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं।
हर साल, देश के कोने-कोने से लाखों लोग आँखो में सपने लिए मुंबई पहुंचते हैं। फ़िल्मी दुनिया में नाम कमाने का सपना, रूपहले पर्दे पर आकर शाहरूख खान, अक्षय कुमार और अमिताभ बच्चन की तरह देश की धड़कन बन जाने का सपना!
बेशक बीते कुछ साल में सिर्फ़ मुंबई ही नहीं, देश के कई बड़े शहरों में फिल्म एक्टिंग स्कूल खुल गए हैं, जो अभिनय की दुनिया में शोहरत कमाने वालों के लिए बॉलीवुड के रास्ते खोलने में मददगार साबित हो रहे हैं। लेकिन, इनमें से ज्यादातर पार्ट-टाईम, क्रेश कोर्स आफ़र करते हैं।
इंस्टीट्यूट ऑफ हॉलीवुड एंड बॉलीवुड (आईएचबी) का कान्सेप्ट इस कमी को दूर करने के हिसाब से ही डिजाईन किया गया है। बॉलीवुड के जाने-माने फ़िल्मकार गुरू प्रसाद, जिन्होंने हिरकनी जैसी फ़िल्म से दर्शकों के दिलो-दिमाग पर अपनी छाप छोड़ी है, के वेशाय प्रोडेक्शन के बैनर तले आईएचबी अभिनय के छात्रों के लिए तीन महीने के सम्पूर्ण कोर्स की सौगात दे रहा है।
तीन महीने के कोर्स में कुल 108 सेशन डिजाईन किए गए हैं, जिसमें बॉलीवुड, हॉलीवुड और थिएटर जगत के बड़े कलाकारो के लाईव सेशन भी होंगे।
सिर्फ़ 12 हजार की कुल फ़ीस में आईएचबी के तीन महीने के ऑनलाइन कोर्स में अभिनय की बारीकियों पर कुल 40 टॉपिक शामिल किए गए हैं। कोर्स को पूरी तरह से हॉलीवुड की तर्ज पर डिजाईन किया है। बेसिक और मेथड एक्टिंग, डायलॉग डिलिवरी, बॉडी लेन्गवेज सहित अभिनय की प्रत्येक विधा इस कोर्स में शामिल की गई है।
आईएचबी की यही खासियत इंस्टीट्यूट को दूसरे प्रतिद्वंदियों से बेहतर बनाती है। इसके अलावा आईएचबी की सबसे बड़ी खूबी यह है कि हमने कोर्स में थिएटर की विधाओं – करेक्टर स्टडी, इम्प्रोवाईजेशन, वाईस कल्चर – को भी शामिल किया है। इससे यह कोर्स उन युवाओं के लिए भी फ़ायदेमन्द है, जो थिएटर जगत में स्थापित होना चाहते हैं।
आईएचबी के तीन महीने के कोर्स में छात्रों को सर्टिफ़िकेट और वेशाय प्रोडेक्शन की आगामी फिल्मों में काम करने का अवसर तो मिलेगा ही, साथ ही बॉलीवुड के तौर-तरीकों के बारे में भी विस्तार से पढ़ाया जाएगा।
इसी को ध्यान में रखकर एक्टिंग की बारीकियों के साथ ही ऑडिशन की तैयारी, शूटिंग के माहौल की जानकारी, अपने साथी कलाकारों के साथ व्यवहार और बड़े प्रोडेक्शन घरानों से संबंध बनाने जैसे टॉपिक भी कोर्स में शामिल किए गए हैं।