चैन्ने। हाल में सोनाक्षी सिन्हा के साथ अकीरा जैसी बेहतरीन फिल्म बना चुके दक्षिण भारतीय फिल्मकार एआर मुरुगदास ने एक बातचीत के दौरान अपनी सफल फिल्मों के पीछे का रहस्य सार्वजनिक करते हुए कहा कि मैं निर्देशक के तौर पर फिल्में नहीं बनाता हूं।
जब गजनी निर्देशक एआर मुरुगदॉस से बातचीत के दौरान पूछा गया कि उनकी फिल्मों की सफलता का सूत्र क्या है ? तो निर्देशक ने कहा, ‘मैं निर्देशक के तौर पर फिल्में नहीं बनाता हूं। मैं दर्शक बन जाता हूं और सोचता हूं कि दर्शक मेरी फिल्मों में क्या कुछ देखना पसंद करेंगे। सफलता के लिए मेरे पास कोई गुप्त सूत्र नहीं है। इसे समझना बहुत आसान है, मैं वहीं फिल्में बनाता हूं जिसे सभी देखना पसंद करते हैं।’
गौरतलब है कि आमिर खान के साथ गजनी, अक्षय कुमार के साथ हॉलीडे, दक्षिण भारत में ‘थुप्पकी’ और ‘कथ्थी’, जैसी सुपरहिट फिल्में बनाने का श्रेय एआर मुरुगदास को दिया जाता है।
2006 में अभिनेता चिरंजीवी अभिनीत तेलुगू फिल्म ‘स्टालिन’ बना चुके निर्देशक एआर मुरुगदास का कहना है कि वह बॉलीवुड में भी इसी दृष्टिकोण से फिल्में बनाते हैं। सिर्फ ग्रामीण परिवेश की फिल्में बनाने के दौरान दर्शकों की पसंद को लेकर उन्हें चिंता होती है।
गौरतलब है कि एआर मुरुगदास फिलहाल सुपर स्टार महेश बाबू के साथ एक द्विभाषीय तमिल-तेलुगू फिल्म बना रहे हैं, जिसका नाम अभी तय नहीं हुआ है। मुरुगदास कहते हैं कि तेलुगू फिल्म जगत में नौ साल बाद वापसी होने पर वह द्विभाषीय और कुछ तेलुगू फिल्में बनाना चाहते हैं। उनके मुताबिक, फिल्म की कहानी फिल्म का बजट तय करती है।
अभिनेता महेश बाबू के किरदार के बारे में बात करते हुए मुरुगदास ने इतना ही कहा कि दर्शकों को अभिनेता का नया अवतार देखने को मिलेगा। फिल्म में राकुल प्रीत सिंह और एस.जे. सूर्या भी हैं।
इसके अलावा, सलमान खान को निर्देशित करने की बात चल रही है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो आमिर, अक्षय और सोनाक्षी के साथ मुरुगदास सलमान खान को निर्देशित करेंगे। -आईएएनएस