मुम्बई। इसमें कोई दो राय नहीं कि सिनेमा मानवीय जीवन पर व्यापक प्रभाव डालता है। ऐसे कई किस्से सामने भी आए हैं, जो फिल्मों से प्रभावित थे। लेकिन, इस बार किशोरी की गर्भावस्था से जुड़ा कान खड़े कर देने वाला एक नया मामला सामने आया है, जिसने सीबीएफसी को मुश्किल में डाल दिया है।
SpotboyE की रिपोर्ट के अनुसार सीबीएफसी के एक सदस्य को गत सोमवार को एक गर्भवती 13 वर्षीय, जो अपने प्रेमी के साथ दस महीने पहले भाग गई थी, के मामले में चेन्नई अदालत में बुलाया गया था। किशोरी ने अदालत में कहा कि उसने ऐसा फिल्म Kalavani के प्रभाव में किया, जो कुख्यात युवक द्वारा एक स्कूली छात्रा के अपहरण करने और उससे ब्याह करने के घटनाक्रम के इर्दगिर्द चलती है।
रिपोर्ट के अनुसार अदालत ने सीबीएफसी सदस्य से कई सवाल किए, जिनमें से एक सवाल यह था कि ऐसी फिल्मों को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की ओर से हरी झंडी कैसे मिल जाती हैं? दरअसल, 2010 में रिलीज हुई तमिल फिल्म Kalavani को ‘U’ प्रमाण पत्र दिया गया था, जो कोर्ट की आंख में कंकर की तरह चुभा।
इस मामले में अदालत ने सीबीएफसी को एक शपथ पत्र, जो सीबीएफसी की कार्यशैली के बारे में होगा, दाखिल करने को कहा है, जो अगले सोमवार तक पेश करना है।