अहमदाबाद। दिया — द वंडर गर्ल 9 वर्ष की अहमदाबाद की गुजराती लड़की दिया की बायोपिक है। जो एक वर्ष जितने कम समय में निरंतर प्रशिक्षण, कठिन परिश्रम और खुद की तीव्र निर्णय शक्ति द्वारा कोरियाई तायक्वोंडो में सब जूनियर मार्शियल आर्ट्स नेशनल गोल्ड विजेता बनी है।
दिया मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षण से लेकर राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता बनने का सफर आसान नहीं रहा है। जब दिया सब जूनियर जिला स्तरीय टूर्नामेंट में भाग ले रही थी, तब उसके समकक्षों ने उसको बुरी तरह चोटिल कर दिया था।
नजीतन, दिया को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था। इस घटना के बाद दिया के पिता और अन्य परिजनों द्वारा दिया को प्रशिक्षण लेने से रोक दिया था। इतना ही नहीं, दिया की माता ने भी उसके प्रशिक्षण पर रोक लगाने की बात कही।
यह समय केवल दिया के लिए नहीं बल्कि उनके कोच महेंद्र के लिए भी काफी मुश्किल भरा था। लेकिन, दिया की इच्छा शक्ति के आगे परिजनों का फैसला कमजोर पड़ गया। दिया ने एक बार फिर से अपना सफर शुरू करते हुए विजेता के रूप में अपनी पहचान बनायी।
गौरतलब है कि फिल्म दिया — द वंडर गर्ल की कहानी सुरेश प्रेमवती बिश्नोई ने लिखी है। इस फिल्म में मुख्य भूमिका कुमारी दिया पटेल, दिव्या द्विवेदी, चंद्रेश कंसारा, सूरज वधावा, भूमिका जानी, हरीश डगिया, प्रेमल याग्निक, सोनाली नानावती, शिवानी पांडे, देव पटेल, कृपा धवल पंड्या आदि निभाएंगे।