करण ओबेरॉय ने कॉन्डॉम विज्ञापनों के प्रसारण पर लगे प्रतिबंध को कहा, आत्मघाती कदम

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मुम्बई। जैसा कि हम जानते हैं कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कॉन्डॉम से जुड़े विज्ञापनों को एक विशेष समय स्लॉट के दौरान दिखाने का आदेश जारी कर दिया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के इस फैसले पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

इस मामले में अभिनेता और गायक करण ओबेरॉय ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार के कदम को बेपरवाही भरा कदम करार दिया।

कॉन्डॉम विज्ञापनों की वकालत करते हुए करण ओबेरॉय ने कहा, ‘कॉन्डॉम हमारे समाज में बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसके प्रसारण पर सरकार ने प्रति​बंध लगाकर आत्मघाती कदम उठाया है।’

अपनी बात जारी रखते हुए अभिनेता करण ओबेरॉय कहते हैं,’जो हमारे देश को कई साल पहले तेज से बढ़ती आबादी, गरीबी, बेरोजगारी और अल्प—विकास जैसी समस्याओं से बचा सकता था, क्या आज उसी कॉन्डॉम का प्रतिरोध करना समय की मांग है? क्या सरकार या उसके प्रतिनिधि कॉडॉन्म की अहमियत को समझने और अनिवार्यता को भांपने में असफल हो रहे हैं?’

कॉन्डॉम को बढ़ती आबादी के प्रहार से बचने की मजबूत ढाल करार देते हुए करण ओबेरॉय ने कहा, ‘किसी भी यौन संबंधित मामले में हमारे शर्मिले रवैये के कारण गलत जानकारी प्रचारित होने, अनचाहे गर्भाधारण होने और असुरक्षित यौन संबंध स्थापित होने जैसे मामलों की संख्या बढ़ने की संभावना बढ़ जाएगी।’

​रेट्रोनिक गायक करण ओबेरॉय ने कहा, ‘यदि किसी वस्तु का प्रसारण बंद करना है तो आयटम नंबरों का करो, जिसमें महिलाओं को मनोरंजन और वासना की वस्तु की तरह पेश किया जाता है। उन कॉन्डॉम विज्ञापनों पर प्रतिबंध न लगाएं, जो समाज के लिए बेहद जरूरी हैं।’