मुम्बई। फिल्मकार महेश भट्ट का नया धारावाहिक नामकरण छोटे पर्दे पर 12 सितंबर से शुरू हो चुका है। अब तक धारावाहिक के दो एपिसोड प्रसारित हो चुके हैं।
स्टार प्लस के बेहद लोकप्रिय धारावाहिक की जगह प्रसारित होने वाले नामकरण के पहले एपिसोड में अवनि, अशुद्धि और अशिष को दिखाया गया और दूसरे एपिसोड में अशिष का परिवार।
यदि शुरूआती दो किश्तों के आधर पर धारावाहिक नामकरण के बारे में बात करें तो नामकरण को काफी कसावट के साथ आगे बढ़ रहा है। दोनों किश्तों में दर्शकों को पकड़ने रखने की क्षमता साफ नजर आई।
यह धारावाहिक दीया और बाती हम वाली जगह आया है, जहां पर किसी नए सीरियल को टिकने के लिए दर्शकों के साथ गूढ़ा संबंध जोड़ना बेहद जरूर हो जाता है। किसी धारावाहिक में यदि एक चेहरा भी बदल जाए, तो भी दर्शक धारावाहिक देखना बंद कर देते हैं।
हालांकि, नामकरण की शुरूआत काफी अच्छी है, जो इसी समय पर स्टार प्लस के दर्शकों को टिकाने में सफल हो रहा है। धारावाहिक कलाकार बरखा बिष्ट, विराफ पटेल और बाल कलाकार अश्विन अपने किरदारों में पूरे घुलेमिले नजर आ रहे हैं।
फिल्मकार के किरदार में विराफ पटेल एकदम फिट बैठ रहे हैं। वहीं, एकल मां, पत्नी और प्रेमिका के किरदार बरखा बिष्ट लाजवाब हैं। भावनात्मक दृश्यों पर जबरदस्त पकड़ कह सकते हैं। अवनि के रोल में अश्विन कमाल कर रही हैं, जैसे कि महेश भट्ट ने धारावाहिक शुरू होने से पहले कहा था। साथ ही, कैमरा वर्क भी काफी अच्छा किया गया है।
वहीं, लंबे अंतराल के बाद छोटे पर्दे पर लौट रही रीमा लागू भी विराफ पटेल की मां के किरदार में जबरदस्त लग रही हैं। उनके लिए लिखे संवाद भी काफी दमदार और चुटीले हैं। हिन्दी, गुजराती और मराठी संवादों में अच्छे से पिरोयी गई है।
धारावाहिक नामकरण की शुरूआत जबरदस्त है। हालांकि, धारावाहिक नामकरण कितने समय तक अपनी पकड़ बनाए रखता है, यह देखना दिलचस्प होगा।
चलते चलते – तीसरी कड़ी में विराफ पटेल (अशिष) के लिए बरखा बिष्ट (आशा/अशुद्धि) पोहा बनाने की तैयारी में लगी हैं और उधर, अशिष अपनी मां (रीमा लागू) के साथ किसी जरूरी काम के लिए निकल गया है।
अब देखना यह है कि आगे होता है क्या?