भोली सूरत और लंबी-चौड़ी कठ-काठी वाली अभिनेत्री रिताशा राठौर एंड टीवी पर धारावाहिक ‘बढ़ो बहू’ से छोटे पर्दे पर दस्तक दे चुकी हैं। लोग वजन घटाते हैं, लेकिन 23 साल की रिताशा राठौर ने इस शो के लिए अपना वजन 10 किलो बढ़ाया है। हालांकि वह मानती हैं कि किसी भी व्यक्ति को किसी दूसरे की पसंद की खातिर अपने आप को बदलने की जरूरत नहीं है।
रिताशा ने आईएएनएस के साथ खास बातचीत में बताया, ‘मेरा मानना है कि किसी भी लड़की को अपने अनुसार जीवन जीना चाहिए, अगर वह अपने शारीरिक बनावट या चाल-ढाल में बदलाव लाना चाहती तो अच्छी बात है। केवल किसी और की मर्जी और पसंद के लिए खुद को बदलना मुझे सही नहीं लगता।’
उन्होंने कहा, ‘किसी दूसरे की इच्छा के लिए अपने व्यक्तित्व को बदलना अपने साथ नाइंसाफी है। लड़कियों को अपने आप पर दबाव नहीं रखना चाहिए। आप क्या चाहते हैं, इसका निर्णय करने का हक केवल आपको है, किसी और को नहीं।’
धारावाहिक ‘बढ़ो बहू’ में रिताशा कोमल की भूमिका निभा रही हैं। हट्ठीकट्ठी कोमल को प्यार से ‘बढ़ो’ बुलाया जाता है, जिसका हरियाणवी में मतलब है ‘बहुत ज्यादा’।
धारावाहिक के अपने किरदार के बारे में रिताशा बताती हैं, ‘इस शो में मेरा किरदार कोमल उर्फ ‘बढ़ो’ नामक लड़की है। वह एक साधारण लड़की है, उसका दिल बहुत बड़ा है और अपने वजन से उसे प्यार है। अपने चुलबुले अंदाज में वह अधिकतर लोगों की मदद करती है। बढ़ो की आंखों में शादी का सपना है, और उसे एक प्यारे से पति की तलाश है, लेकिन उसकी शादी हरियाणा के स्टार पहलवान लक्की सिंह अहलावत से हो जाती है।’
बढ़ो अपने वजन ऊंची कद-काठी के लिए मशहूर है, तो वहीं बढ़ो के पति का किरदार निभा रहे लक्की सिंह अहलावत (प्रिंस नरूला) एक पहलवान हैं। बढ़ो की शादी लक्की से हो जाती है, और उसके बाद बढ़ो की अपने पति का दिल जीतने की जद्दोजहद शुरू होती है।
हमेशा से ही अभिनेत्री बनने की ख्वाहिश रखने वाली रिताशा ने सिंगापुर के लासेल कॉलेज ऑफ आर्ट से पढ़ाई की है।
रिताशा से जब पूछा गया कि बढ़ो के किरदार में क्या खास है तो इस पर उन्होंने कहा, ‘इस धारावाहिक की सबसे बड़ी बात है कि इसकी मुख्य नायिका साइज जीरो वाली नहीं है। वह जिंदादिल लड़की है। मेरा किरदार इस शो में बहुत प्यारा है। इस शो को देखने पर लड़कियां खुद को इस किरदार से जोड़ पाएंगी।’
रिताशा ने आगे कहा, ‘यह किरदार उन लड़कियों के लिए प्रेरणा है, जो दुनिया भर की बातों को सुनकर अपनी काया को लेकर दुखी रहती हैं, और उनके लिए भी प्रेरणा है, जो अपनी अंदरूनी सुंदरता को छोड़कर शारीरिक बनावट को निखारने की कोशिशें करती हैं। मेरा यह शो संदेश देगा कि व्यक्ति की बाहरी सुंदरता को देखकर उसे आंकना ठीक नहीं है।’
रिताशा ने तीन साल का थियेटर कोर्स भी किया है।
थियेटर से डेली सोप का सफर और इस शो से जुड़ने की खास वजह पूछे जाने पर उन्होंने बताया, ‘मुझे यह किरदार बहुत पसंद है, जब मुझे इसकी पेशकश हुई, तो मुझे लगा कि इस किरदार को निभाने का मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहिए, इसलिए मैंने तुरंत हामी भर दी। मैं खुद को चुन लिए जाने से बहुत खुश हूं। मैं अलग तरह किरदार निभाना चाहती हूं, जो मुझे बढ़ो बहू में मिला।’
रिताशा ने कहा कि थियेटर में काम करना और डेली सोप का हिस्सा बनना दोनों ही अलग-अलग चीजें हैं। डेली सोप में काम करना बहुत मेहनत भरा है। मंच पर अभिनय करना कैमरे के सामने अभिनय करने से काफी अलग है, हालांकि कैमरे के सामने आपको कई मौके मिल जाते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘इस भूमिका का प्रस्ताव मिलने पर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मुझे इस बात की खुशी है कि मैं समाज की उस सोच को बदलने की कोशिश कर रही हैं, जिसके आधार महिलाओं को सुंदरता और वजन के पैमाने पर आंका जाता है।’
-आईएएनएस/प्रज्ञा कश्यप