आईएफएफआई 2017 फिल्म चयन विवाद : दो और सदस्यों ने छोड़ी ज्यूरी

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मुम्बई। आगामी 20 नवंबर 2017 से गोवा में शुरू होने जा रहा 48वां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल आॅफ इंडिया नकारात्मक गतिविधियों के कारण चर्चा का केंद्र बनता जा रहा है। फिल्मकार सुजॉय घोष के त्याग पत्र देने के बाद दो और इंडियन पैनोरमा ज्यू​री सदस्यों ने अपने पदों से त्याग पत्र दे दिया है।


गौरतलब है कि मंगलवार को कहानी फिल्म निर्देशक सुजॉय घोष, जो इंडियन पैनोरमा ज्यूरी के अध्यक्ष थे, ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से दो फिल्मों न्यूड और एस दुर्गा को हटाने के विरोध में अपने पद से त्याग पत्र दे दिया था।

फिल्मकार सुजॉय घोष के इस कदम की काफी सराहना हो रही है। प्रख्यात फिल्मकार श्याम बेनेगल ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘अगर आप ने ज्यूरी का गठन किया है, और आप उनकी पसंद से असहमत हैं, तो उस स्थिति में ज्यूरी का मतलब ही क्या रह जाएगा। इसलिए ज्यूरी या उसके अध्यक्ष को त्याग पत्र देना होगा। और सुजॉय घोष का कदम एकदम सही है।’

द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार सुजॉष घोष के बाद फिल्म सिमरन के पटकथा लेखक अपूर्व असरानी और द गूड रोड निर्देशक ज्ञान कुरिया ने भी अपनी ज्यूरी सदस्यता से त्याग पत्र ​दे दिया है। ज्ञान कुरिया ने अपने त्याग पत्र की पुष्टि कर दी है। हालांकि, इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी।

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित फिल्म कासव के निर्माता विचित्रा निर्मिति और डॉक्टर मोहन अगाशे मामले में स्पष्टता आने का इंतजार कर रहे हैं और जैसे ही मामले में स्पष्टता हो जाती है तो वह कोई फैसला लेंगे। हालांकि, सोशल मीडिया पर अफवाह है कि कासव फिल्म को भी फिल्म फेस्टीवल से हटा लिया गया है।

जानकारी के अनुसार मराठी फिल्म न्यूड निर्देशक रवि जाधव केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के आदेश को चुनौती देने के लिए हाईकोर्ट जाने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, सेक्सी दुर्गा से एस दुर्गा हुई फिल्म के निर्देशक सनल कुमार शशिधरन पहले ही अदालत का दरवाजा खटखटा चुके हैं।