हिन्दी सिने तारिकाएं बेहतरीन और दमदार किरदारों के लिए लटके झटके भरे किरदारों से बाहर निकल रही हैं। हिन्दी सिने जगत पुरुष प्रधान माना जाता है। मगर, कुछ अभिनेत्रियों ने अपने उम्दा अभिनय से इस धारणा को बदल दिया और सिने जगत को महिला प्रधान फिल्मों पर काम करने के लिए विवश कर दिया।
इस मामले में विद्या बालन, कंगना रनौत, कोंकण सेन शर्मा, ऋचा चढ्डा और राधिका आप्टे जैसी अभिनेत्रियों को सराहना मिलनी चाहिए। जो शुरू से बैनरों और बड़े नामों को कम किरदारों को अधिक महत्व देती आईं हैं। इन अभिनेत्रियों ने अपने अभिनय के दम पर सिने जगत की तस्वीर बदली। विद्या बालन का अभिनय तो हमेशा से उम्दा रहा है, लेकिन नो वन किल्ड जैसिका और कहानी से सिने जगत को सोचने पर मजबूर किया।
कंगना रनौत ने भी विद्या बालन की तरह धीरे धीरे एक मजबूत पकड़ बनाई और ‘क्वीन’ से बॉलीवुड में ऐसा धमाका किया कि बड़ी अभिनेत्रियों ने भी मजबूत किरदारों को चुनने की ठान ली। नतीजन, प्रियंका चोपड़ा ने भी अपनी गलैमर छवि से बाहर निकलकर मैरी कॉम जैसी फिल्म करने का दम भरा।
आलिया भट्ट ने हाइवे जैसी फिल्म से साबित किया कि अभिनय और मजबूत किरदार आपको बॉलीवुड में लंबी पारी खेलने के लिए मददगार साबित हो सकता है। लीक से हटकर कुछ करने की आदत के कारण मसान की ऋचा चढ्डा और मांझी द माउंटेन मैन की राधिका आप्टे भी बॉलीवुड में अपना अलहदा स्थान बनाने में सफल हुई।
श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित, जूही चावला ने महिला प्रधान फिल्मों के लिए साहस किया, हालांकि, गुलाब गैंग को उतनी सफलता नहीं मिली, मगर इंग्लिश विंग्लिश, चॉक एन डस्टर ने खूब वाहवाही लूटी। ‘एनएच 10’ से अनुष्का शर्मा ने अपनी छवि को पूरी तरह बदल दिया और दर्शकों के सामने एक अद्भुत अभिनेत्री को लाकर खड़ा कर दिया।
सोनम कपूर, लंबे समय से बॉलीवुड में हाथ पैर मार रही हैं। मगर, एक महिला प्रधान फिल्म नीरजा ने सोनम कपूर को उस स्थान पर पहुंचा दिया, जहां एक अभिनेत्री को होना चाहिए। वहीं, सोनम कपूर की सहेली स्वरा भास्कर ने निल बट्टे सन्नाटा से गजब की सराहना पाई है। हालांकि, शुरूआत में स्वरा भास्कर इस किरदार को स्वीकार करने से डर रही थीं।
अब बॉलीवुड में हॉट सेक्सी नहीं बल्कि गंभीर दिखने का चलन शुरू हो चुका है। अब अभिनेत्रियां बैड रूम सीनों, खुले पहाड़ों पर हीरो के आगे पीछे नाचने, तड़के फड़के वाले किरदार नहीं बल्कि ऐसे किरदार तलाशने लगी हैं, जो उनके फिल्म कैरियर में मील के पत्थर साबित हों। अनुष्का शर्मा ने एनएच 10 के बाद सुलतान के लिए हां बोली, जिसमें अनुष्का शर्मा तड़के फड़के वाले लुक में नहीं बल्कि एक पहलवान लड़की के किरदार में नजर आएंगी।
वहीं, आलिया भट्ट ने उड़ता पंजाब में एक बिहारी लड़की के किरदार को चुना, जो गलैमर लैस है। वहीं, तड़के फड़के पर किरदार करने वाली करीना कपूर ने साधारण डॉक्टर की भूमिका को चुना। करीना कपूर कई फिल्मों के ऑफर ठुकरा चुकी हैं, हालांकि, उनके में करीना कपूर के पास अपनी ग्लैमरस छवि को उभारने का पूरा पूरा मौका था।वहीं, हुस्न परी ऐश्वर्या राय बच्चन ने सरबजीत में पूरी तरह अलग किरदार को चुना। कहते हैं कि इस किरदार को निभाने के लिए ऐश्वर्या राय बच्चन केवल 15 मिनट में तैयार हो गई थी।
विद्या बालन ने द डर्टी पिक्चर के बाद कई रोमांटिक फिल्में की, जो चली नहीं, मगर, कहानी 2 और तीन से विद्या बालन एक बार फिर वापसी कर रही हैं। फिल्म तीन में विद्या बालन का लुक बिलकुल साधारण है। वहीं, बेगम जान में भी अद्भुत रूप में नजर आएंगी।
आज की सबसे व्यस्त अभिनेत्री राधिका आप्टे भी अलग अलग भूमिकाएं निभा रही हैं। राधिका आप्टे रजनीकांत की पत्नी बनकर कबाली में नजर आएंगी तो फोबिया में मुख्य भूमिका निभाती नजर आएंगी, जो बिलकुल नॉन ग्लैमरस किरदार है। इसके अलावा अजय देवगन प्रोडक्शन हाउस की परचेड भी फिल्मोत्सवों में खूब वाहवाही लूट रही है, हालांकि, भारत में फिल्म का रिलीज होना बाकी है।
सोनाक्षी सिन्हा के खाते में भले ही बड़ी हिट फिल्में हों। मगर, सोनाक्षी सिन्हा के खाते में ऐसी फिल्म नहीं है, जो कहती हो वाह सोनाक्षी तेरा भी जवाब नहीं। सोनाक्षी सिन्हा ने अभी तक बड़े स्टारों के साथ फिल्में की हैं। जैसे कि हम जानते हैं कि बड़े स्टारों के साथ वाली फिल्मों में अभिनेत्रियों के पास करने को कुछ नहीं होता, केवल रोमांस, लड़के झटके देने के। सोनाक्षी सिन्हा जल्द अकीरा में अलग अवतार में नजर आएंगी। इतना ही नहीं, ख़बर है कि नूर फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा एक पत्रकार की भूमिका निभाते नजर आएंगी।
शक्ति कपूर की बेटी श्रद्धा कपूर आज बॉलीवुड में सबसे अधिक सफल अभिनेत्री हैं, और खास बात तो यह है कि अभी तक किसी बड़े स्टार का ऑन स्क्रीन साथ भी नहीं लिया। बस अलग और दमदार किरदार चुनें और बॉलीवुड में सबसे आगे निकलती नजर आ रही हैं।
– नील महादेव