बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने फिल्म दंगल के प्रचार दौरान समाचार एजेंसी आईएएनएस से विशेष बातचीत के दौरान फिल्म से जुड़ी बहुत सारी बातें साझा की और नोटबंदी के कारण फिल्म पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा को लेकर भी चर्चा की। बॉलीवुड अभिनेता स्वयं को संपूर्ण नहीं बल्कि जोशीला मानते हैं।
नोटबंदी को लेकर –
बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान का मानना है कि नोटबंदी का असर फिल्म पर अधिक नहीं होगा क्योंकि इसका असर शुरूआती एक या दो सप्ताह तक सीमित था। फिर भी मैं अर्थशास्त्री नहीं हूं तो नहीं बता सकता कि इससे फिल्म के कारोबार पर कितना फर्क पड़ेगा लेकिन हां जो फर्क पड़ना था वह शुरूआत के एक-दो सप्ताह में हो चुका।
दंगल से उम्मीद –
भले ही दर्शक आमिर खान की हर फिल्म से उम्मीद लगाते हों, लेकिन आमिर खान कहते हैं कि उनको अपनी फिल्मों से अधिक उम्मीदें नहीं होती। बस इतना चाहते हैं कि दर्शकों को फिल्म पसंद आए। दर्शकों को उतना ही मजा आए, जितना उन्हें फिल्म में काम करके आया है।
फिल्म प्रचार को लेकर –
बॉलीवुड अभिनेता का मानना है कि टीवी एक बहुत बड़ा माध्यम है लेकिन वह टीवी शो में जाकर फिल्मों का प्रचार करने में विश्वास नहीं करते। मार्केटिंग के दो तरीके होते हैं, पहला यह कि लोगों को फिल्म के बारे में जानकारी देना और दूसरा फिल्म का ट्रेलर। आप फिल्म का ट्रेलर ही ऐसा बना दो कि लोग खुद ब खुद फिल्म देखने दौड़े चले आए और यही मेरी मार्केटिंग का तरीका है।
बायोपिक के बारे में आमिर खान कहते हैं –
यदि आप सोचते हैं कि मैं दंगल करने से बायोपिक फिल्मों की लीग में शामिल हो गया तो शायद इससे में इत्तेफाक नहीं रखता। सालभर में 300 फिल्में बनती हैं जिनमें से बायोपिक गिनी-चुनी होती हैं तो बायोपिक बनाने का ट्रेंड शुरू होना, इस बात से मैं इत्तेफाक नहीं रखता।
कुछ हटकर नहीं करता –
आमिर खान ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा, ‘मेरे बारे में यह अफवाह फैलाई गई है कि मैं हर बार कुछ हटकर करते हूं, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है। मैं फिल्म की जरूरत के हिसाब से काम करता हूं।’
फातिमा और सान्या के बारे में –
आमिर खान कहते हैं, ‘मैं समझता हूं कि यह फिल्म उनके लिए काफी मुश्किल भरी रही है, क्योंकि ये दोनों ही लड़कियां शहरी माहौल में पली बढ़ी है और फिल्म में उन्हें गांव की लड़कियों का किरदार निभाया है, जो कुश्ती करती हैं। शूटिंग के दौरान फातिमा की पसली तक फ्रैक्चर्ड हो गई थी, लेकिन उसने हमें इसकी भनक तक भी नहीं पड़ने दी, क्योंकि उसे डर था कि कहीं हम उसे फिल्म से निकाल नहीं दें।’ -आईएएनएस/रीतू तोमर