अगर अभिनय के क्षेत्र में आपकी दाल नहीं गली, तो आप निर्देशन में अपना हाथ अजमा सकते हैं। घबराइए! मत आप से पहले भी बहुत सारे एक्टर ऐसा कर चुके हैं। यकीनन आप पहले नहीं होंगे।
भले ही आप निर्देशक अभिषेक कपूर को रॉक ऑन, काई पो छे, फितूर के कारण जानते हों। मगर, ऐसा नहीं कि अभिषेक कपूर निर्देशक बनने बॉलीवुड में आए थे और सफल हो गए। दरअसल, अभिषेक कपूर ने बॉलीवुड में बतौर अभिनेता उफ! ये मुहब्बत से एंट्री मारी थी। इस फिल्म में अभिषेक कपूर के साथ ट्विंकल खन्ना नजर आईं थी। कहते हैं कि इसके अलावा भी अभिषेक कपूर ने बॉलीवुड में दो अन्य फिल्में की, जो सामने नहीं आईं। उसके बाद अभिषेक कपूर ने निर्देशन की तरफ रुख किया। उनकी पहली फिल्म आर्यन अनब्रेकएबल थी, जो सफल नहीं हुई थी। उसके बाद कहीं जाकर रॉक ऑन से अभिषेक कपूर को निर्देशन में सफलता मिली। अभिषेक कपूर एकता कपूर और तुषार कपूर के रिश्ते में भाई लगते हैं।
अभिनेता दीपक तिजोरी 90 के दशक में सहायक अभिनेता के किरदारों से आगे नहीं बढ़ सके। एक समय ऐसा आया कि दीपक तिजोरी के हाथ से सहायक अभिनेता के किरदार भी छीनने लगे। वर्ष 2003 में दीपक तिजोरी ने उपस नामक फिल्म से निर्देशन में कदम रखा। फिल्म विवादों के कारण चर्चा का विषय तो बनीं। लेकिन बॉक्स ऑफिस पर सफलता नहीं मिली। दीपक तिजोरी ने वर्ष 2005 में दो फिल्मों का निर्देशन किया, क्रमश: खमोश खौफ की रात और फरेब, दोनों ही बॉक्स ऑफिस पर नहीं टिकी। 2006 में टॉम, डिक एंड हैरी के निर्देशन के बाद दीपक तिजोरी ने तीन साल तक कोई फिल्म निर्देशित नहीं की। 2009 में दीपक तिजोरी फॉक्स नामक फिल्म के साथ निर्देशन में वापस आए, और फिल्म बुरी तरह फ्लॉप गई। फिर लंबा ब्रेक और 2016 में दो लफ्जों की कहानी लेकर आए, जिसमें रणदीप हुड्डा और काजल अग्रवाल ने अभिनय किया। मगर, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ढेर हो गई।
सलमान खान के जीजा और रति अग्निहोत्री के कजिन अतुल अग्निहोत्री ने बतौर एक्टर महेश भट्ट की सर से बॉलीवुड में एंट्री मारी। हालांकि, बाल कलाकार के रूप में अग्निहोत्री बहुत पहले काम कर चुके थे। अभिनेता अतुल अग्निहोत्री की गिनी चुनी फिल्में हिट हुई, जिनमें आतिश, नाराज, क्रांतिवीर आदि नाम शामिल हैं। धीरे धीरे अतुल अग्निहोत्री सिल्वर स्क्रीन से गायब होते चले गए। वर्ष 2004 में अतुल अग्निहोत्री ने निर्देशन में कदम रखा। उनकी पहली निर्देशित फिल्म जिसे दिल ने अपना कहा थी, जिसमें सलमान खान मुख्य भूमिका में थे। उसके बाद दूसरी निर्देशित हैलो, जिसमें सोहेल खान थे। दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह असफल रहीं। हालांकि, बतौर निर्माता अतुल अग्निहोत्री ने तीन फिल्में बनाई, जिसमें बॉडीगार्ड हिट रही बाकी दो ओ तेरी और हेल्लो फ्लॉप रहीं। अब अतुल अग्निहोत्री सलमान खान को लेकर एक नई फिल्म का निर्माण करने जा रहे हैं, जिसका निर्देशन एआर मुरुगदॉस करेंगे।
आ गले लगा जा से बॉलीवुड में बतौर अभिनेता कदम रखने वाले अभिनेता जुगल हंसराज ने द डॉन, पापा कहते हैं, मुहब्बतें जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई। हालांकि, उसके बाद कभी खुशी कभी गम, सलाम नमस्ते, आजा नच लै जैसी फिल्मों में छोटी भूमिकाएं निभाई। 2000 के बाद तो जुगल हंसराज का अभिनय कैरियर रसातल की तरफ बढ़ने लगा। इस समय जुगल हंसराज ने यशराज बैनर के तले रोडसाइड रोमियो का निर्देशन किया, जो एनिमेटेड फिल्म थी। समीक्षकों की कसौटी पर फिल्म भले खरी न उतरी हो, लेकिन, नेशनल अवार्ड जीतने में फिल्म कामयाब हुई। यशराज बैनर ने जुगल हंसराज पर दूसरी पर विश्वास करते हुए प्यार इम्पॉसिबल का निर्माण किया। इस बार जुगल हंसराज निर्देशन में भी मात खा गए। और 2014 में करन जौहर के प्रोडक्शन हाउस धर्मा प्रोडक्शन्स में क्रिएटिव डेवलेपमेंट हैड की जिम्मेदारी संभाल ली। कहा जाता है कि जुगल हंसराज करन जौहर के करीबी मित्र हैं और कुछ कुछ होता है गीत की पहली आठ लाइनें जुगल हंसराज की देन हैं, जो जबरदस्त हिट गीत है।
रणधीर कपूर भी जब अभिनय की दुनिया में अधिक कमाल न कर सके तो निर्देशन में हाथ अजमाया। खुशकिस्मती से रणधीर कपूर की निर्देशित ‘आज कल और आज’ और हिना दोनों हिट साबित हुई। हालांकि, उन्होंने निर्देशन क्षेत्र में अपने आपको विस्तार नहीं दिया।