नई दिल्ली। पुराने जमाने के विश्व प्रसिद्ध अभिनेता राज कपूर एक बार बिना वीजे के रूस में पहुंच गए थे और लोगों ने उनका जबरदस्त स्वागत किया। इस बात का खुलासा अभिनेता ऋषि कपूर ने ब्रिक्स फिल्मोत्सव में अपने संबोधन के दौरान किया।
ऋषि कपूर ने अपने पिता को याद करते हुए, ‘मेरे पिता फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ बनाने की तैयारी कर रहे थे और उनकी इस मामले में एक रूसी सर्कस मंडली के साथ बातचीत चल रही थी। उन दिनों मेरे पिता राज कपूर अचानक लंदन से मॉस्को रूस चले गए। उस वक्त रूस को सोवियत संघ कहा जाता था।’
बात को आगे बढ़ाते हुए ऋषि कपूर ने कहा, ‘मेरे पिता बिना किसी को बताए मॉस्को पहुंचे थे। वे कहीं जाने के लिए टैक्सी का इंतजार कर रहे थे। अचानक लोगों ने उनको पहचानना शुरू कर दिया। जैसे ही टैक्सी में बैठकर वे निकलने लगे तो लोगों ने टैक्सी को आगे पीछे से रोक लिया’।
एक अन्य बात याद करते हुए कहा कपूर एंड सन्स अभिनेता ऋषि कपूर ने कहा, ‘1980 के मध्य में देश के चीन के साथ संबंध कुछ खास नहीं थे। इसलिए, पड़ोसी देश ने भारतीय सरकार से मेरे पिता राज कपूर को उनके देश की यात्रा के लिए आमंत्रित करने हेतु कहा। मंत्रालय ने जब इस बारे में मेरे से बात की, तो वह काफी उत्साहित हुए। हालांकि, वह चीन नहीं जा पाए।’
ब्रिक्स फिल्मोत्सव के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए राजधानी पहुंचे ऋषि को सिनेमा जगत में उनके तथा उनके परिवार के अतुलनीय योगदान के लिए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और विदेश राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह ने सम्मानित किया। -आईएएनएस